जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान हाई कोर्ट इस साल अपने 75वें वर्ष में प्रवेश कर गया हैं। इसके उपलक्ष्य में इस साल को प्लेटिनम जुबली वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। समारोह की शुरुआत शनिवार को जयपुर से होगी।

भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड समारोह की श्रृंखला का कल शुभारंभ करेंगे। वहीं 29 अगस्त 2024 को राजस्थान हाई कोर्ट के 75 वर्ष पूर्ण होने पर जोधपुर में इसका समापन होगा।

लेकिन कल जयपुर में होने वाले समारोह से आम अधिवक्ताओं को दूर रखा गया हैं। हाई कोर्ट प्रशासन ने समारोह में हाई कोर्ट न्यायाधीश, बार काउंसिल के सदस्य, विभिन्न बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को ही कार्यक्रम का न्यौता भेजा है। जिसके विरोध में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव प्रहलाद शर्मा ने सीजेआई और हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर अपना विरोध भी दर्ज कराया हैं।

सीजेआई सहित 5 सुप्रीम कोर्ट जज़ होंगे शामिल
शनिवार को शाम 4:30 बजे जयपुर एग्जिबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC) में प्लेटिनम जुबली समारोह का आय़ोजन होगा। जिसका शुभारंभ सीजेआई डीवाई चंद्रचूड करेंगे। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस एस रवींद्र भट्ट, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस पंकज मित्थल भी मौजूद रहेंगे। वहीं गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संदीप मेहता भी समोराह में शिरकत करेंगे।

राजस्थान से जुड़े 17 सेवानिवृत न्यायाधीशों को भी किया गया आमंत्रित
समारोह में राजस्थान हाई कोर्ट से जुड़े 17 सेवानिवृत न्यायाधीशों को भी आमंत्रित किया गया हैं। इनमें राजस्थान हाईकोर्ट के सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अनिल देव सिंह, सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एसएन झा, सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस के मित्तल, सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एसएस शिंदे शामिल हैं।

सेवानिवृत न्यायाधीश जस्टिस पीबी मजूमदार, जस्टिस जयश्री ठाकुर, जस्टिस एएस ग्रेवाल, जस्टिस निर्मलजीत कौर,जस्टिस सबीना, जस्टिस बीजे शेथना,जस्टिस रामेश्वर व्यास, जस्टिस केएस अहलूवालिया,जस्टिस चांदमल तोतला, जस्टिस एचआर पंवार को समारोह के लिए आमंत्रित किया गया हैं।

26 अगस्त 1949 को हुई थी हाई कोर्ट की स्थापना
राजस्थान हाई कोर्ट की स्थापना 29 अगस्त 1949 को हुई थी। उस समय के राजप्रमुख और जयपुर महाराजा सवाई मान सिंह ने जोधपुर में हाई कोर्ट की आधारशिला रखी थी। उन्होंने जस्टिस केके वर्मा को राजस्थान हाई कोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश की शपथ दिलाई थी। उनके साथ 11 अन्य न्यायाधीशों ने भी राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश पद की शपथ ली थी।

राजस्थान से तीन न्यायाधीश बने सीजेआई
राजस्थान हाई कोर्ट की स्थापना से लेकर अब तक प्रदेश से 25 न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे हैं। वहीं राजस्थान हाई कोर्ट के तीन न्यायाधीशों ने देश की न्यायापालिका के सर्वोच्च पद तक का सफर तय किया हैं।

जस्टिस केएन वांचू, अप्रैल 1967 से फरवरी 1968 तक देश के मुख्य न्यायाधीश रहे। वहीं जस्टिस जेएस वर्मा, मार्च 1997 से जनवरी 1998 तक और जस्टिस आरएम लोढ़ा, अप्रैल 2014 से सितम्बर 2014 तक रहे देश के प्रधान न्यायाधीश के पद पर सेवाएं दे चुके हैं।