जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर में बंगाली समाज का दुर्गा पूजा महोत्सव सबसे अनूठा होता है। इस बार 5 दिन के इस उत्सव की शुरुआत 19 अक्टूबर को होगी। खास थीम चंद्रयान हो रखा गया है। बंगाली समाज के दुर्गा पूजा महोत्सव 19 अक्टूबर गुरुवार को देवी बोधन के साथ शुरू होकर 24 अक्टूबर मंगलवार तक चलेगा I

समाज के तरफ से इस वर्ष पांच दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव के उपलक्ष में समाज द्वारा लगभग 35 से 40 फुट का चंद्रयान-3 का प्रतीक कुड़ी हाउसिंग बोर्ड 9 सेक्टर सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर में तैयार किया जा रहा है। समाज के प्रवक्ता सुमन विश्वास ने बताया कि चंद्रयान-3 को तैयार करने में एक से डेढ़ महीने में कोलकाता से आए हुए 6 से 7 कारीगर द्वारा बांस, वल्ली, थर्मोकोल, पिलाई एवं कपड़ा काम में लेकर तैयार किया जा रहा है।

मां दुर्गा की भव्य मूर्ति एवं भव्य पंडाल तैयार किया जा रहा है। भव्य पंडाल को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा। मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा गंगा की पवित्र मिट्टी से कोलकाता से आए हुए मूर्ति कलाकार शंकर दास एवं उनकी टीम तैयार कर रही है। लगभग 3 महीने में यह मूर्ति सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर में तैयार हो रही है जो कि पूरी तरह से इको फ्रेंडली है।

मां दुर्गा की मूर्ति के साथ भगवान गणेश, मां लक्ष्मी, भगवान कार्तिकेय, मां सरस्वती की मूर्तियां भी स्थापित की जा रही हैं। मां दुर्गा की विधिवत पूजा अर्चना कोलकाता से आए हुए पंडित द्वारा की जाएगी। जोधपुर शहर में समाज द्वारा अलग-अलग स्थान पर पांच अस्थाई मूर्ति स्थापित की जाएगी।

गौरतलब है कि बंगाली समाज पिछले कई सालों से जोधपुर में पारंपरिक दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन करता रहा है। इसमें शहर के भी कई लोग शामिल होते हैं और बंगाली संस्कृति से रुबरू होते हैं।