जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

किसानों ने धरना-प्रदर्शन कर 11 अंडरपास के निर्माण कार्यों को रुकवा दिया। मामले को लेकर ग्रामीणों ने एनएचएआई, जिला प्रशासन जयपुर व दौसा को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाया है। 1368 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एक्सप्रेस-वे का 40 प्रतिशत काम पूरा हो गया। हाईवे का ढांचा बनते ही किसानों के सामने खेत तक पहुंचने की समस्याएं आ गई।

फसल से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली का अंडरपास से निकलना मुश्किल

पेईपुरा गांव के किसान नरपत सिंह, भवानी सिंह, कुलदीप सिंह, धर्मपाल, मोती का कहना है कि पेईपुरा अंडरपास की चौड़ाई -ऊंचाई में फसल से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं निकल पाएगी। हाईवे की स्लिप लेन नहीं बनाई गई। जिससे किसानों के लिए खेतों से बड़े अंडरपास तक फसल से भरी हुई ट्रैक्टर-ट्रॉली, थ्रेसर, कृषि यंत्रों को बड़े अंडर पास तक पहुंचना मुश्किल हो गया।

85 गांवों की कृषि भूमि दो भागों में बंट गई

एक्सप्रेस-वे के निर्माण के साथ ही 85 गांवों की कृषि भूमि दो भागों में बंट गई। लिंक रोड की ऊंचाई 10 से 12 फीट तक रखी ताकि हाईवे पर जानवर नहीं आ सकें और दुर्घटनाओं को रोका जा सके। एनएचएआई ने हाईवे पर 10 गुणा 10 फीट के 17 अंडरपास बनाए हैं। अब इन अंडरपास से किसानों के फसल से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली, कृषि-यंत्र आदि नहीं निकल सकेंगे।

PD डीके चौधरी धरना स्थल पर किसानों से मिलने पहुंचे

जयपुर-बांदीकुई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे

एक्सप्रेस-वे के 67 किमी फोरलेन पर 1 आरओबी, 6 बड़े पुल व 6 छोटे पुल, 17 छोटे आरसीसी बॉक्स के अंडरपास बनाए जाएंगे

जयपुर-बांदीकुई 67 किमी फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लालवास के आसपास के 20 किमी क्षेत्र में एनएचएआई ने गलत सर्वे होना स्वीकार किया है। इससे एक्सप्रेस-वे के अंडरपास की चौड़ाई-ऊंचाई स्थानीय कस्बों व गांवों की आबादी व जरूरत के हिसाब से नहीं हो पाई। अंडरपास की चौड़ाई व ऊंचाई बढाने की मांग को लेकर गत 10 सितंबर से लालवास गांव में किसानों का धरना जारी है। किसानों से मिलने के लिए एनएचएआई पीडी दौसा डीके चौधरी सहित अन्य अधिकारी पहुंचे।

धरने पर बैठे महेंद्र पाल मीणा, बाबू लाल गटवाड़ी, मनीष पंचोली, शंकर धाबाई ने बताया कि किसानों की समस्याएं सुनने के बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने सर्वे गलत होने आैर फिर से सर्वे कर अंडरपास की चौड़ाई-ऊंचाई बढ़ाने का मौखिक आश्वासन दिया है।

इधर, एनएचएआई पीडी दौसा डीके चौधरी का कहना है कि पुलिया की ऊंचाई बढाने का किसानों को आश्वासन दिया है, इसका प्रपोजल बनाकर उच्चस्तर पर भेजा जाएगा।