जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को RPSC के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा और दलाल शेर सिंह मीणा उर्फ अनिल मीणा को जयपुर से गिरफ्तार किया। ED ने दोनों को कोर्ट मे पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है।

दरअसल, पेपर लीक मामले में ACB में केस दर्ज होने के बाद ED एक्टिव हो गई। ईडी ने कई बार जयपुर सेंट्रल जेल में जाकर बाबूलाल कटारा से पेपर लीक मामले में पूछताछ की। यहां तक कि RPSC के अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय समेत कई अधिकारियों से भी सवाल किए गए। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए कटारा को लेकर वह RPSC भी जा सकते हैं। बता दें कि कटारा को सबसे पहले एसीबी ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद जेल भेज दिया गया था। कुछ समय पहले ही कटारा जमानत पर जेल से बाहर आया था।

आरपीएससी अध्यक्ष से पूछे थे सवाल
ईडी ने आरपीएससी अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय से भी इस संबंध में पूछताछ की थी। उनसे सवाल किए गए कि आखिर किस प्रकार से पेपर लीक हुए? पेपर लीक होने के क्या कारण रहे? पेपर सेट करना किन-किन लोगों की जिम्मेदारी में तय होता था?

इसके बाद ईडी ने जेल में बाबूलाल कटारा और अनिल मीणा सहित पूर्व में गिरफ्तार किए गए कई आरोपियों से पूछताछ की। ईडी को कटारा के खिलाफ कई सबूत मिले थे।

यह था मामला
उदयपुर पुलिस ने 24 दिसंबर को बेकरिया (उदयपुर) थाने के बाहर 49 अभ्यर्थियों से भरी बस को पकड़ा था। ये सभी चलती बस में RPSC की सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का जीके का लीक पेपर सॉल्व कर रहे थे। पुलिस की सूचना पर आरपीएससी ने पेपर को रद्द कर दिया था।