अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।  

सीएम अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के दौरे को लेकर निशाना साधा है। कहा- केंद्र का कोई भी नेता यहां आए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है। उपराष्ट्रपति को नहीं भेजें ! क्योंकि उपराष्ट्रपति का पद संवैधानिक होता है। उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का हम सम्मान करते हैं। गहलोत गुरुवार को अलवर जिले के बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र के काठुवास गांव में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि अब कल (27 सितंबर बुधवार) को उपराष्ट्रपति आए और एक साथ पांच जिलों का दौरा किया, क्या तुक है? यह चुनाव का माहौल है। उपराष्ट्रपति के दौरे पर सवाल करते हुए बोले- एक जमाना था? जब राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और गवर्नर जब राज्य में आते थे तो मुख्यमंत्री से पूछा करते थे कि हम आए या न आए। यह प्रोग्राम किस स्तर का है। हमारे लेवल का है या नहीं। लेकिन यह सिस्टम खत्म कर दिया। जब भैरोंसिंह शेखावत उपराष्ट्रपति बने तब मैं मुख्यमंत्री था, हमने उनका स्वागत किया। उनकी पार्टी ने नहीं किया, बल्कि मैंने किया और वह कभी जिंदगी भर तक भूल नहीं सकते।

चुनावी माहौल चल रहा है

धनखड़ साहब उपराष्ट्रपति बने हैं। हमने सीएम हाउस में सम्मान किया। वह राष्ट्रपति बने हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। आजादी के बाद पहली बार शेखावत साहब उपराष्ट्रपति बने थे हमें गर्व हुआ। प्रतिभा पाटिल राष्ट्रपति बनीं हमें गर्व हुआ। धनखड़ उपराष्ट्रपति बने हमें खुशी हुई। लेकिन, चुनावी माहौल चल रहा है। आप आ रहे हैं। जनता में तरह-तरह का मैसेज जाएगा।

जो नेता मेरी आलोचना करता है, वह मुझे अच्छा लगता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक रेकी नहीं हो और प्रूफ नहीं हो कि इसने बेईमानी की है, करप्शन किया है। तब तक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। पुख्ता होने पर रेड मारो, जेल भेजे, हम स्वागत करेंगे। जिन राज्यों में दूसरी पार्टी की सरकार है। वहां इनकम टैक्स और ED जा रही है।विपक्ष के जो नेता मेरी आलोचना करता हैं। मुझे अच्छा लगता है। क्योंकि मुझे फीडबैक मिलता है।

हम गुड गवर्नेंस के लिए सर्वे 2023 करवा रहे हैं। हमें अच्छा लग रहा है। हमारी आलोचना हो रही है, किसी को दुख हो रहा है, कोई बुराई कर रहा है, हमारे पास लगातार फीडबैक आ रहा है।

सीएम ने कहा- केंद्र के नेता समझते हैं कि जो भी हमने कर दिया, वह सब कुछ ठीक है। उनके अंदर घमंड है, घमंड में काम कर रहे हैं। लेकिन यह घमंड लोकतंत्र में काम नहीं आता। जनता ही माई-बाप होती है। जनता जो फैसला करती है। वह सबको मंजूर करना पड़ता है।

गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लिए बगैर वार किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ओपीएस लागू कर दिया। आरजीएचएस लागू कर दिया। फसल बीमा, शहरी रोजगार योजना बना दी है। लेकिन राष्ट्रीय परियोजना लागू करने का वादा प्रधानमंत्री ने किया था। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लिए बगैर कहा कि पानी वाले मंत्री ने एक राष्ट्रीय योजना लागू नहीं करवाई। उन्होंने जिद कर रखी है कि हम घोषित नहीं करेंगे और हमने जिद कर रखी है कि हम बनवा के रहेंगे।

गहलोत ने भाजपा नेताओं से कहा कि वह पहले ये गारंटी लें, वर्तमान सरकार की जो योजनाएं चल रही है। उनको हम कभी बंद नहीं करेंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने कई जगह सरकार गिरा दी। लेकिन, राजस्थान में उनकी दाल नहीं गली। जब राजस्थान में सरकार नहीं गिरी तो अब यह यहां लगातार आ रहे हैं। केंद्र के मंत्री, मुख्यमंत्री और सालभर में 8 से 9 बार प्रधानमंत्री भी आ गए हैं। यहां आ जाइए कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।

विकास के नाम पर सहयोग की अपील
इस दौरान उन्होंने प्रदेश की विकास योजनाओं को गिनाते हुए कहा- केंद्र के नेताओं से मुकाबला करने के लिए मुझे आमजन का सहयोग चाहिए। अगर हमारे प्रदेश की जनता को लगता है कि गांव में विकास हुआ है, बिजली फ्री हुई है, सड़कें बनी हैं, पानी मिला, स्कूल खुले और तहसील-उप तहसील बनी है तो मुझे सहयोग जरूर दें। अब बीजेपी वाले आएंगे कैंपेनिंग करेंगे, रैली निकालेंगे, क्योंकि उन्हें जिंदगीभर यह दर्द रहेगा कि हम राजस्थान में सरकार गिरा नहीं पाए।