उदयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के उदयपुर शहर में दाखिल होने से ठीक दो दिन पहले वर्तमान और पूर्व पार्षदों की बुलाई गई बैठक अपेक्षा के विपरीत उस वक्त हंगामे में तब्दील हो गई, जब बैठक में शामिल पूर्व महिला पार्षदों ने जिला स्तरीय बड़े नेताओं के सामने चुनावी दंगल में विधायक की दावेदारी पेश कर डाली। इतना ही नहीं पार्टी से पूर्व पार्षद रहे नेताओं ने कहा कि अब चुनाव सिर पर हैं, इसलिए उन्हें याद किया जा रहा है। बीते चार साल से संगठनों की बैठक में उन्हें बुलावा क्यों नहीं भेजा गया?

मामला मंगलवार शाम को 6 बजे पटेल सर्किल स्थित शहर भाजपा कार्यालय का है। जहां नगर निगम के पिछले पांच बोर्ड में पार्षद रहे प्रतिनिधियों के साथ वर्तमान बोर्ड के पार्षदों की बैठक बुलाई गई थी। नगर परिषद में सभापति रहीं स्व. किरण माहेश्वरी से लेकर युधिष्ठिर कुमावत, रवींद्र श्रीमाली, पूर्व मेयर रजनी डांगी, पूर्व मेयर चंद्रसिंह कोठारी के बोर्ड में पार्षद रहीं महिला प्रतिनिधियों ने यहां शहर जिला प्रभारी बंशीलाल खटीक, जिलाध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली, महामंत्री गजपाल सिंह एवं अन्य नेताओं की मौजूदगी में चल रही बैठक में ये कहते हुए हंगामा किया कि शहर विधानसभा से भेजे गए 10 दावेदार (आंकाक्षियों) की सूची में उनका नाम क्यों शामिल नहीं किया गया। सबसे पहले पूर्व पार्षद अर्चना शर्मा ने कहा कि आज अचानक से पूर्व पार्षदों की याद कैसे आ गई? जिलाध्यक्ष रहते हुए कभी श्रीमाली ने बुलाया नहीं। अब परिवर्तन यात्रा और चुनाव सिर पर खड़े हैं, इसलिए भीड़ जुटाने के लिए उन्हें याद किया जा रहा है।

इसके बाद पूर्व पार्षद भूपेंद्र जैन ने कहा कि वो भाजपा में हैं, इसका अहसास ही नहीं होता। मंडल अध्यक्ष जितेंद्र मारू तो उन्हें पार्टी के किसी कार्यक्रम में नहीं बुलाते। ऐसे ही पूर्व पार्षद आशा बोर्दिया ने कहा कि चार साल में किसी ने याद नहीं किया। अब जरूरत पर हमारी याद आ रही है। बता दें कि संकल्प परिवर्तन यात्रा से पहले पूर्व पार्षद नानालाल वया और जिलाध्यक्ष श्रीमाली की ओर से पूर्व पार्षदों को फोन कर बुलाया गया था। वहीं वर्तमान पार्षदों को प्रभारी बंशीलाल खटीक की ओर से न्योता दिया गया था।

गुप्ता ने जिलाध्यक्षों को बायोडाटा भेजा, बोले- कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार

पार्टी में विधायक दावेदारी के लिए शुरू से ताल ठोंक रहे डूंगरपुर के पूर्व सभापति केके गुप्ता ने उदयपुर सहित प्रदेश के सभी भाजपा जिलाध्यक्षों को उनका बायोडाटा भेजकर दावेदारी कर डाली। गुप्ता का कहना है कि उनकी प्राथमिकता उदयपुर से चुनाव लड़ने की होगी। किसी कारण से अड़चन आई तो वे पार्टी के कहने पर प्रदेश के किसी भी हिस्से से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। गुप्ता ने कहा कि उनके पास उदयपुर के विकास का विजन है।

पार्टी परिवार का मामला, गिले सिकवे सुनने को बुलाई थी बैठक : बंशीलाल

सवालों के जवाब पर शहर भाजपा जिला प्रभारी बंशीलाल खटीक ने कहा कि मीटिंग बुलाने का उद्देश्य ही अपनों के गिले सिकवे सुनने का था। पार्टी के अलावा भाजपा परिवार भी है। हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है। कुछ लोगों ने छोटी-मोटी बातें कीं। इससे अनुशासन नहीं बिगड़ता है। हमने पार्टी के निर्देश पर आंकाक्षी दावेदारों की सूची को आगे बढ़ाया था, जो बचे हैं उनके नाम और भिजवा देंगे।