जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर का एक मंदिर ऐसा है, यहां जन्माष्टमी पर आज दिन में 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। ये है चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर। यहां भगवान की बाल रूप में पूजा होती है। जयपुर का एक मात्र मंदिर है, जहां जन्माष्टमी का उत्सव दिन में 12 बजे भगवान का पंचामृत से अभिषेक कर मनाया गया।

वहीं, पूरे जयपुर में जन्माष्टमी मनाई जा रही है। शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन हो रहा है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सुबह 4 बजे ठाकुरजी का अभिषेक किया गया और भगवान को राजस्थानी घराने की शैली की पोशाक धारण कराई गई। वहीं, श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में भी तिरुपति बालाजी की तर्ज पर भगवार को महा हार पहनाया गया।

गोविंददेवजी में सुबह 4.30 बजे के समय भगवान का विशेष माला शृंगार और अलंकार शृंगार किया गया और भक्तों के लिए दर्शन खोले गए। वहीं, चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में दिन में 12 बजे ही जन्मोत्सव मनाया गया। इसके बाद दिन में ठाकुर जी को पीले कपड़े धारण कराए गए। विशेष फूलों से शृंगार झांकी सजाई गई है।


वहीं, नित्य सुबह होने वाली मंगला आरती झांकी 8 सितंबर को नहीं होगी। यह आरती झांकी आज रात 11 बजे की जाएगी। उसके बाद रात 12 बजे 31 तोपों की सलामी के बाद दर्शन पट्ट खुलेंगे। इसके बाद शालीग्राम पूजन और उसके साथ ही ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक होगा। भगवान का 425 लीटर दूध, 365 लीटर दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा, 11 किलो शहद से जन्माभिषेक होगा। इस दौरान 6 पंडित वेद पाठ करेंगे।

108 कलशों के नारियल पानी और पंचामृत से किया महा अभिषेक
जगतपुरा के हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है | सुबह मंगला आरती से उत्सव शुरू हुआ। रात 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्म के साथ होने वाली महाआरती के साथ संपन्न होगा। इससे पहले 108 कलशों के नारियल पानी और पंचामृत से महा अभिषेक किया गया है। दर्शन के लिए दिन भर में लगभग 3 लाख से अधिक भक्तों के पहुंचने की संभावना है। हरे कृष्ण महामंत्र संकीर्तन के साथ नृत्य करते झूमते लाखों भक्त के सामने “नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की” गगनभेदी जयघोष के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनेगा।

हीरे मोती जड़े पोशाक पहनकर प्रकट होंगे भगवान
मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने बताया- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की महीनों से तैयारियां की जा रही है। उन्होंने बताया- सुबह 4.30 बजे भगवान का विशेष शृंगार किया गया है। नवीन पोशाक धारण कराई गई है, जो वृंदावन से मंगाए गए विशेष प्रकार के नवरत्न और हीरो की जड़ाई से सजी है। जयपुर के विशेष जौहरियों ने विदेश से मंगवाए गए नवरत्न और हीरे से इस पोशाकों को तैयार किया है।

तिरुपति बालाजी की तर्ज पर भगवान श्री कृष्ण एवं बलराम पहनेंगे महा हार
प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी के प्रसिद्ध मंदिर में भगवान बालाजी को बड़ी और विशाल माला 'महा हार' पहनाया गया। तिरुपति की तर्ज पर जयपुर के श्री कृष्ण बलराम मंदिर में भी इसी महा हार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर पहनाई गई है।

भगवान के भोग के लिए तैयार किए 1008 तरीके के व्यंजन
मानसरोवर स्थित श्री श्री गिरधारी दाऊजी जी इस्कॉन मंदिर में सुबह 4.30 बजे से भक्त मंगला झांकी के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर में सुबह 10:30 से शाम 4:00 बजे तक कीर्तन और अभिषेक हुआ। इसके बाद भगवान की लीलाओं पर आधारित अन्य कार्यक्रमों में अलग-अलग प्रकार के नृत्य संगीत और ड्रामा किए गए। केशव धाम मायापुर और वृंदावन से आई स्पेशल टीम की ओर से पूरे दिन कीर्तन चलेगा।

मंदिर प्रशासन के अनुसार भगवान को 4 लाख की वृदांवन से लाई पोशाक धारण कराई गई है। मंदिर में भगवान के भोग लिए 1008 तरीके के व्यंजनों को तैयार किया गया है। वहीं 700 किलो देसी-विदेशी फूलों से मंदिर की विशेष सजावट की गई है।

मंदिर में भक्तों के लिए गीता क्विज कॉम्पिटिशन भी हो रहा है, जिसमें पार्टिसिपेट करने वाले लोगों के लिए आकर्षक गिफ्ट रखे गए है। मंदिर में भगवान का सबसे प्रिय खेल मटका फोड़ भी इस बार भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड USA से 100 से अधिक विदेशी भक्त भी जन्माष्टमी उत्सव के लिए जयपुर इस्कॉन आए हैं।

अक्षरधाम मंदिर में सजाई मोरपंख की विशेष शृंगार झांकी
वैशाली नगर स्थित अक्षरधाम मंदिर में भगवान स्वामी नारायण का पंचामृत अभिषेक कर मंगला आरती की गई। भगवान के मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष साज-सज्जा की गई है। इसमें निज मंदिर में मोरपंख की विशेष शृंगार झांकी सजाई गई है। ठाकुर जी का पूरे दिन पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न लीलाओं पर आधारित 3D झांकियों के दर्शन सुबह से ही भक्तों के लिए खोला जा चुका है। रात 8 से 10 बजे तक भगवान के चरित्र पर आधारित श्री कृष्ण लीला नृत्य नाटिका बाल युवा मंडल की ओर से किया जाएगा।

जन्माष्टमी के दौरान शहर में ये रहेगी ट्रैफिक व्यवस्था
जयपुर शहर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर ट्रैफिक की सुगम व्यवस्था और दर्शनार्थियों को असुविधा से बचाने के लिए यातायात पुलिस ने शहर के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार किया है।

  • दिल्ली से जयपुर आने व जाने वाली बसें ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा, गोविंद मार्ग, नारायण सिंह तिराहा, रामबाग सर्किल, 22 गोदाम, चौमूं हाउस सर्किल, गवर्नमेंट हॉस्टल रूट से संचालित होगी।
  • कृष्ण जन्माष्टमी के दौरान चांदपोल गेट, न्यूगेट, अजमेरी गेट, सांगानेरी गेट, रामगंज चौपड़ एवं जोरावर सिंह गेट से परकोटे में भारी वाहनों का एंट्री बंद रहेगी ।
  • गोविन्द देवजी मंदिर आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन भूमिगत पार्किग चौगान स्टेडियम, जलेबी चौक, सब्जी मंडी जनता मार्केट, जेडीए की भूमिगत पार्किग रामनिवास बाग में पार्क कर सकेंगे। मंदिर सेवादारों के पासधारी वाहन ग्लोब ट्रासपोर्ट कंपनी के सामने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पार्क हो सकेंगे।
  • सार्दुल सिंह की नाल, आतिश मार्केट से सिटी पैलेस, जलेबी चौक तक सभी प्रकार के वाहनों की एंट्री और पार्किग बंद रहेगी।
  • काले हनुमान जी का मंदिर और कंवर नगर की तरफ से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन झूलेलाल मंदिर के पास खाली जमीन पर पार्क कर सकेंगे एवं ब्रह्मपुरी की तरफ से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन पौण्ड्रिक उद्यान के सामने पार्क कर सकेगे।
  • गणगौरी बाजार, चौगान चौराहा की तरफ से मन्दिर जाने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन चौगान स्टेडियम के अंदर अंडरग्राउंड पार्किंग में पार्क करेंगे।
  • जलेबी चौक से सभी प्रकार के वाहनों का निकास नगर परिषद की मोरी, आतिश मार्केट से रहेगा।
  • कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के दौरान चारदिवारी में चलने वाली बस/मिनी बसों की एंट्री बंद रहेगी। इन बसों का संचालन समानान्तर रास्तों से किया जाएगा।
  • जीवन रेखा अस्पताल तिराहा, महल रोड से अक्षय पात्र चौराहे की तरफ, द्वारका पुरी सर्किल से अक्षय पात्र चौराहे की तरफ एवं एनआरआई चौराहा से अक्षय पात्र की तरफ आने वाले सामान्य यातायात को डायवर्ट कर समानान्तर रास्तों से निकाला जाएगा।