जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार चुनाव मैं नहीं, जनता लड़ रही है। आप लोग लड़ रहे हो। चुनाव में हम तो कैंपेन करेंगे ही करेंगे, पर जनता इस बार खुद चुनाव मैदान में उतरेगी। सरकार वापस रिपीट करेगी। मुझे यह विश्वास है। लोग कह रहे हैं, सरकार बन रही है। गहलोत शुक्रवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में नर्सिंग काउंसिल की नेशनल कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे।

गहलोत ने कहा- जनता को क्या चाहिए, गुड गवर्नेंस चाहिए। हमने हर क्षेत्र में गुड गवर्नेंस दी है। हर वर्ग के लिए हमने एक से बढ़कर एक फैसले किए हैं। कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम(ओपीएस) दिया हैं। किसानों के लिए अलग बजट पेश किया। आने वाली पी​ढ़ियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मिशन 2030 बन रहा है।

राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट बनाना चाहिए
गहलोत ने कहा- मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगा कि वे पांचवां कानून बनाएं, राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट लागू करवाएं। राजस्थान में 8वीं की जगह 12वीं तक की फीस सरकार देगी। इतना बड़ा फैसला हमने किया है। विश्व गुरु तब बनोगे, जब भुखमरी खत्म होगी। असमानता खत्म होगी।

सबको स्वास्थ्य सेवाएं मिले, सबको शिक्षा मिले, पानी-बिजली की कमी नहीं रहे। सबको सोशल सिक्योरिटी मिलनी चाहिए। राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट बनाना चाहिए।

नींद खुल जाए तो समझो गुजरात आ गया
गहलोत ने कहा- राजस्थान में सड़कें शानदार है। पहले गुजरात की सड़कें शानदार थीं। गुजरात से आते वक्त रास्ते में नींद खुल जाए तो समझो राजस्थान आ गया। अब हालात उलटे हो गए हैं। अब राजस्थान से जाते वक्त सड़क के गड्‌ढों से नींद खुल जाए तो समझो गुजरात आ गया।

जब राज्य सरकार 25 लाख का स्वस्थ्य बीमा लागू कर सकती है तो केंद्र क्यों नहीं?
सीएम ने कहा- केंद्र सरकार की स्वास्थ्य बीमा स्कीम केवल 5 लाख तक की है, लोग समझ नहीं पा रहे हैं। उस स्कीम का फायदा केवल सामाजिक-आर्थिक जनगणना में शामिल लोगों के लिए है। ये बहुत लिमिटेड है। राजस्थान सरकार ने सबके लिए स्वास्थ्य बीमा लागू किया है।

देश में संघीय ढांचा है। अगर हमारी स्कीम उनको अच्छी लगे तो केंद्रीय स्तर पर लागू करें। केंद्र 25 लाख का बीमा लागू करें। जब राज्य सरकार कर सकती है तो केंद्र क्यों नहीं कर सकता? जब करने की इच्छा शक्ति हो तो क्या नहीं हो सकता है?

देश में कर्जा लेकर ही सरकारें चलती हैं, विपक्ष के लोगों की भाषा गलत
गहलोत ने कहा- विपक्ष के लोग किस तरह की भाषा बोल रहे हैं, कह रहे हैं कर्ज बढ़ रहा है। कर्जा लेकर देश में सरकार चलती है, लेकिन चुनाव आने पर गलत बोल रहे हैं।

केंद्र सरकार भी कर्जा लेकर चलती है। कर्जा तय लिमिट में लिया जाता है। हर राज्य सरकारी कर्ज लेती है। बिना केंद्र के अनुमति के एक रुपए का कर्ज नहीं ले सकते। हमारी कैपेसिटी है, उसके हिसाब से कर्ज लेते हैं।

विपक्ष के लोग गुमराह कर रहे हैं। हमारा वित्तीय प्रबंधन शानदार है। इसलिए हम स्कीम्स लेकर आए। महंगाई की मार बहुत भारी है। इसलिए हम महंगाई राहत की योजनाएं लाए। उत्तर भारत में राजस्थान नंबर वन है। बड़े राज्यों में नंबर दो पर है।

मैंने प्रधानमंत्री को मैसेज किया, रिफाइनरी पर तो एक बार मंत्र पढे़ जा चुके, आप दोबारा कैसे पढ़ोगे?
गहलोत ने कहा- बीजेपी सरकार आते ही हमारी स्कीम्स को बंद कर देती है। रिफाइनरी पर 5 साल काम बंद रखा और जब चुनाव के वक्त दबाव पड़ा तो पीएम से दोबारा शिलान्यास करवाने का प्रोग्राम रख दिया।

मैंने प्रधानमंत्री को मैसेज किया कि प्रधानमंत्री जी वहां मंत्र तो पढ़ दिए गए, अब आप दोबारा जाकर मंत्र कैसे पढ़ोगे? आप तो मंत्रों में विश्वास रखते हो। बाद में पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री शिलान्यास नहीं कार्य शुभारंभ के अवसर पर जा रहे हैं। अब आप बताइए रिफाइनरी को पांच साल तक रोककर क्यों रखा?

बीजेपी सरकार ने मेट्रो का काम क्यों बंद किया?
सीएम ने कहा- बीजेपी वाले धार्मिक बनते फिरते हैं। बद्रीनाथ,केदारनाथ हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को हमारी सरकार ने नौकरी दी थी। बीजेपी सरकार बनते ही उनको निकाल दिया।

अंबाबाड़ी से सीतापुरा मेट्रो को क्यों बंद किया? ट्रैफिक जाम रहता है। ये गौ माता की बात करते हैं और उसके नाम पर राजनीति करते हैं। गौशाला का अनुदान 9 महीने का हम देते हैं, हम गौशालाओं को 3000 करोड़ रुपए का अनुदान दे रहे हैं, दूध उत्पादन के मामले में राजस्थान नंबर वन बन गया है।