जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

बीजेपी में शामिल होने के बाद आज पहली बार पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा प्रदेश बीजेपी कार्यालय पहुंची। यहां उन्होंने बीजेपी पदाधिकारियों से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि हनुमान बेनीवाल में दम है तो वे गठबंधन छोड़कर अकेले चुनाव लड़े। उन्हें पता चल जाएगा।

ज्योति मिर्धा ने कहा कि हनुमान बेनीवाल ने मुझे हराने के लिए बीजेपी से गठबंधन किया था। लेकिन अब उनका वो गठबंधन नहीं है। अब चर्चा चल रही है कि वे कांग्रेस से गठबंधन करने जा रहे है। मेरी उनको चुनौती है कि वे अकेले आए, चुनाव लड़े, वहीं घोड़े, वहीं मैदान है। पता चल जाएगा।

दरअसल हनुमान बेनीवाल व मिर्धा परिवार की राजनीति में अदावत लंबे समय से चली आ रही है। नागौर में दोनों एक दूसरे के कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंदी माने जाते हैं।

हमारे पर कभी ईडी की कार्रवाई नहीं हुई
ज्योति मिर्धा ने कहा- हनुमान बेनीवाल के पास कुछ भी बोलने के लिए नहीं है। उन्हें अपना रिकॉर्ड ठीक करना चाहिए। आज तक मेरे या मेरे परिवार पर किसी तरह की कोई भी ईडी, सीबीआई या इनकम टैक्स की कार्रवाई नहीं हुई।

हमारा नाम किसी भी एफआईआर में नहीं है। किसी भी तरह की जांच हमारे खिलाफ पेंडिंग नहीं है। हनुमान बेनीवाल को अर्नगल बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। जो लोग ज्योति मिर्धा को जानते है। उन्हें पता है कि ज्योति किसी भी दबाव में आने वाली नहीं है।

दरअसल हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि ज्योति मिर्धा व उनके परिवार पर ईडी की कार्रवाई के दवाब के चलते ज्योति मिर्धा ने बीजेपी जॉइन की हैं।

कांग्रेस में घुटन का माहौल बन गया था
ज्योति मिर्धा ने कहा कि मेरे बीजेपी जॉइन करने के लोकल कारण थे। हमारे यहां कांग्रेस पार्टी खुद को कमजोर करके क्षेत्रीय पार्टियों को मजबूत कर रही थी। हमारे खुद के काम नहीं हो रहे थे। कार्यकर्ताओं के काम पार्टी में नहीं हो रहे थे। यूं कह लीजिए कि कांग्रेस में घुटन सा माहौल बन गया था।

उन्होंने कहा बीजेपी की टॉप लीडरशिप ने मुझसे संपर्क किया था। उन्होंने मुझसे कहा कि हम चाहते है कि आप बीजेपी जॉइन करें। मैने जॉइनिंग के समय कोई शर्त नहीं रखी। मैने इतना ही कहा कि मुझे काम करने का मौका दिया जाए।