राजसमंद ब्यूरो रिपोर्ट। 

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व नन्दोत्सव राजसमंद में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएंगा। इस अवसर पर जिले के प्रमुख कृष्ण मंदिरों में कई दिनों पूर्व से तैयारियां शुरू कर दी गई। इस अवसर पर पुष्टिमार्ग की प्रधान पीठ श्रीनाथ जी मंदिर नाथद्वारा, तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर कांकरोली व पाण्डव कालीन श्रीकृष्ण मंदिर चारभुजा नाथ में आकर्षक विद्युत सजावट की गई है वही मंदिरों में होने वाले उत्सवों की तैयारी पुजारी परिवार व सेवकों द्वारा पूरी की जा रही है। श्रीनाथ जी मंदिर में 7 सितम्बर को दिन भर नगर में उत्साह का महोला रहेगा वही शाम को कान्हा के जन्म की खुशी मे 21 तोपेा की सलामी दी जाएंगी व अगले दिन नंन्दोत्सव की धूम रहेगी।

नाथद्वारा में प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए वही टेम्पल बोर्ड, नाथद्वारा द्वारा मंदिर मे 7 व 8 सितम्बर को होने वाले दर्शनों की समय सारणी जारी की है।

जन्माष्टमी दर्शन व्यवस्था - 7.9.2023

जन्माष्टमी के दिन श्रीनाथजी मंदिर में सुबह 4.45 पर मंगला व पंचामृत स्नान दर्शन खुलेंगे। जो करीब 2 घंटे तक चलेंगे।

इसके बाद श्रृंगार दर्शन सुबह 9.30 बजे से लगभग 1 घंटे तक दर्शन चलेगे। राज भोग दोपहर 12.30 बजे खुलेंगे जो डेढ़ घंटे तक चलेंगे, भोग आरती के दर्शन रात्रि 7.30 बजे से 1 घंटे तक खुले रहेंगे। इसके बाद जागरण दर्शन रात्रि 8.30 बजे खुल जाएंगे जो 3 घंटे तक खुले रहेंगे।

जागरण के दर्शन पूरे होने पर ठिक 12 बजे कान्हा के जन्म की खुशी में नगर के रिसाला चौक में दो बडी तोपों से 21 बार गोले दागे जाएंगें। ये नजारा देखने के लिए देश ओर दुनिया से श्रद्धालु नाथद्वारा पहुंचते है।

नन्दोत्सव दर्शन व्यवस्था - 8.9.2023

नन्दोत्सव के दिन सुबह 7.30 बजे से 11 बजे तक केसर युक्त दही व छाछ का छिड़काव कर मंदिर मे तिलकायत, ग्वाल बाल व बडे मुखिया होली खेलेंगे।

इसके बाद मंगला एवं श्रृंगार दोपहर 12.15 खुलेंगे जो आधे घंटे तक खुले रहेंगे। इसके बाद ठाकुरजी के राजभोग दर्शन 2.15 बजे खुलेंगे जो 1 घंटे तक खुले रहेंगे, राजभोग के बाद उत्थापन के दर्शन देर शाम 7 बजे खुलंेगे ये दर्शन आधे घंटे तक रहेंगे ओर भोग आरती के दर्शन रात्रि को 8 बजे खुलेंगे जो करीब 1 घंटे तक खुले रहेंगे।