लकवा एक ऐसा रोग है जिसका नाम तक ही रूह को हिला देता है क्योंकि अधिकतर पीड़ित व्यक्ति जीवनपर्यंत बेबस और पराश्रित हो जाते हैं। इस बीमारी में पूरा परिवार आर्थिक और भावनात्मक टूटन का शिकार हो जाता है और कई मामलों में तो मानवीय संवेदनाएं और पारिवारिक रिश्ते कसौटी पर चढ़ जाते हैं। इन सब बातों को दृष्टिगत रखते हुए यह निष्कर्ष आसानी से निकाला जा सकता है कि इस रोग का सबसे बेहतरीन इलाज इसकी रोकथाम या फिर, दूसरे विकल्प के रूप में, त्वरित निदान और शीघ्रातिशीघ्र उपचार ही है ताकि व्यक्ति रोग की पकड़ से बाहर आ सके।

विशेषज्ञों के अनुसार रोगी के पूर्ण स्वस्थ होने की संभावनाएं तभी सर्वाधिक होती हैं जब वह बीमार होने के पहले एक आधे घंटे में इलाज की विशेष केंद्र तक पहुंच जाए। ऐसा तभी संभव है जब किसी व्यक्ति को बीमारी प्रारंभ होने के पहले से ही इसका आभास होने लगे। लकवा प्रारंभ होने के कई मिनट पहले व्यक्ति के चेहरे की मांसपेशियां बहुत बारीकी से कम्पन करने लगती हैं, उनकी कसावट में कमी होने लगती है तथा व्यक्ति की आवाज में एक कपकपाहट सी होने लगती है।

अभी हाल ही में एक एप्लीकेशन विकसित की गई है जो वीडियो द्वारा चेहरे और आवाज के परिवर्तित होने को बहुत ही प्रारंभिक अवस्था में पकड़ लेती है और व्यक्ति को आने वाले लकवे के प्रति सचेत कर देती है। प्रारंभिक परीक्षणों और विद्वान न्यूरोलॉजिस्ट समूह के अनुसार यह एप्लीकेशन किसी अनुभवी न्यूरोलॉजिस्ट जैसे ही बीमारी को पकड़ लेती है जिसके फलस्वरूप व्यक्ति तुरंत अस्पताल पहुंच कर लकवा होने से पहले या फिर इसकी बहुत प्रारंभिक अवस्था में इलाज के लिए पहुंच जाता है और जीवन भर की पीड़ा और तकलीफ से बच जाता है। यह एप्लीकेशन शीघ्र ही न्यूरोलॉजिकल सोसाइटीज के सामने रखी जाएगी और स्वीकृत होने के बाद जन सामान्य के उपयोग के लिए जारी की जाएगी। न्यूरोलॉजी के क्षैत्र में यह एक क्रांतिकारी कदम होगा।