दौसा ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर-बांदीकुई 67 किलोमीटर के फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के साथ ही 85 गांवों की कृषि भूमि दाे भागाें में बंट गई। लिंक राेड की ऊंचाई 10 से 12 फीट तक रखी गई है, ताकि हाईवे पर जानवर नहीं आ सकें और दुर्घटनाओं काे राेका जा सके। इसके नीचे एनएचएआई ने 10 गुणा 10 फीट के 17 अंडरपास बनाए हैं। इन अंडरपास से किसानों के फसल से भरी ट्रैक्टर-ट्राॅली, कृषि-यंत्र, बड़े थ्रेसर, जेसीबी नहीं निकल सकेंगे। ऐसे में किसानों का अपने खेतों पहुंचना भी मुश्किल हाे जाएगा।

इधर, एनएचएआई हाईवे के दाेनाें तरफ स्लिप लेन भी नहीं बना रहा, ऐसे में ये सड़क उनके उपयोग की नहीं है। जब इसका पता किसानों को चला तो उन्होंने धरना-प्रदर्शन कर 11 अंडरपास के निर्माण कार्य रुकवा दिए। मामले काे लेकर ग्रामीणों ने एनएचएआई, जिला प्रशासन जयपुर व दाैसा काे पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवाया है। किसानों की समस्या का समाधान नहीं हाे पाया। 1368 कराेड़ रुपए की लागत से बनने वाले 67 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे का 40 प्रतिशत काम पूरा हाे गया। इसे सितंबर 2024 तक बनाना है, लेकिन किसानों के विरोध के चलते तय समय पर तैयार हाेना मुश्किल है।

जमीन काे दाे भागाें में बांटा, अब अंडरपास भी नहीं दिए

पेईपुरा गांव के कृषक नरपत सिंह, भवानी सिंह, कुलदीप सिंह, धर्मपाल, माेती, माेहन, जगदीश, कालू, भगवान का कहना है कि लिंक राेड के कारण 85 गांवों की कृषि भूमि का हाईवे के दाेनाें तरफ बंटवारा हाे गया। एनएचएआई मात्र 10 गुणा 10 फीट के छाेट-छाेटे अंडर पास बना दिए गए। अब फसल से भरी ट्रैक्टर-ट्राॅली नहीं निकल पाएगी। थ्रेसर मशीन, जेसीबी, बोरिंग मशीन, गाय, ऊंट से भरे पिकअप का निकलना मुश्किल हाे जाएगा।

यहां स्लिप लेन नहीं होने से बड़े अंडरपास तक पहुंचना मुश्किल

कजोड़ सैनी, मांगीलाल, जगनाराम, बुधाराम, रामधन, रामजीलाल, गोरधन, रमेश, बाबूलाल, रामकरण, गोपाल, रामनारायण, लालूराम, बनवारी, मोहनलाल, कालूराम रामधन मीना हरचंदा मीना का कहना है कि जयपुर-बांदीकुई लिंक राेड पर स्लिप लेन नहीं बनाई जा रही है। जिससे किसानों के लिए खेतों से बड़े अंडरपास तक फसल से भरी हुई ट्रैक्टर-ट्राॅली, थ्रेसर, कृषि यंत्रों काे बड़े अंडर पास तक पहुंचना मुश्किल हाे गया।

लिंक रोड में जयपुर के 40 और दौसा के 45 गांव शामिल

जयपुर : मालपुराचौड़, विजयपुरा, बगराना, जमवारामगढ़- कानडियावाला, डोडा डूंगर, झोल, गुढा-बास नेवर, लालवास, भानपुर खुर्द, सुंदरपुरा, खेरवास नेवर, मकसूदापुरा, बूज, मानोता, खतेहपुरा, बाढ बूज, धूलारावजी। बस्सी, हर चंदपुरा बाल्यवाला, विजय मुकुंदपुर हीरावाला, हरध्यानपुरा, गीला की नांगल, कुंथाडार्खुद, चकघाटी, सेवापुरा, खो-घाटी, घाटा, हरडी, किशनपुरा, पड़ासोली, पैपुरा, नांगल वोहरा, वडवा, रामजीपुरा, बाढस्वामी, हीरावाला, हरचंदपुरा, पेईपुरा।

दाैसा : बसवा चक सोमाडा, प्रतापपुरा, मीतरवाडी, बास गुढलिया, देलाडी, गादरवाडा, मोराडी, पीचूपाड़ा खुर्द, दारापुरा, सुमेलकलां, रामपुरा, श्यामसिंहपुरा, सोमाडा, मानोता, गुढलिया, कोलवा, नानगवाडा, तिगड्डा, भांवती। धर्मपुरा, कंडल, सिंडोली, तलवाड़ा, भेडोली, कालोता, खोहरा कंला, दांतली, काली पहाड़ी, पुरोहितों का बास, सिंहपुरा, होदायाली, छांगला, बापी, ढाय, चांदराना, मालपुरा, सीतापुरा, खुरीकंला, खुदीखुर्द, जसोना, बनेठा, महेशवर कलां, नांगल बेरसी, जामा।

1 आरओबी, 6 बड़े व 6 माइनर पुल, 17 छाेटे आरसीसी बॉक्स ... एक्सप्रेस-वे पर 1 आरओबी, 6 बड़े व 6 छाेटे पुल बनेंगे। वहीं 17 छाेटे आरसीसी बॉक्स के अंडरपास बनाए जाएंगे। जयपुर से बांदीकुई के बीच 5 इंटरचेंज रहेंगे ... बांदीकुई से जयपुर बगराना तक 5 इंटरचेंज रहेंगे। कुंडल राेड पर भेडाेली, सैंथल राेड पर खुरी खुर्द, जमवारामगढ़ राेड पर सुंदरपुरा, कानाेता-बगराना में इंटरचेंज रहेंगे। इंटरचेंज पर टाेल प्लाजा रहेंगे। श्यामसिंहपुरा इंटरचेंज से वाहन सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर जा सकेंगे।