जोधपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जोधपुर एयरपोर्ट जल्द नया रूप लेने वाला है। यहां 307 करोड़ रुपए खर्च कर नया टर्मिनल बनेगा, जिसका शिलान्यास पीएम मोदी कर सकते हैं। नए टर्मिनल की बिल्डिंग कैसी होगी, इसकी पहली झलक हम आपको दिखा रहे हैं।

जोधपुर एयरपोर्ट के मॉडल वीडियो में प्रस्तावित बिल्डिंग बेहद खूबसूरत नजर आ रही है। इसे जोधपुर के ही फेमस छीतर के पत्थर से तैयार किया जाएगा। बिल्डिंग का फ्रंट एलिवेशन जगमगाती रोशनी में शानदार दिख रहा है।

जोधपुर एयरपोर्ट पर 49 एकड़ में विस्तार कार्य होगा। प्लेन की पार्किंग के लिए अप्रोन एरिया बनने के बाद 13 बे बनेंगे, जहां से यात्री प्लेन में चढ़ते हैं। इन बे पर 13 फ्लाइट एक साथ खड़ी हो सकेंगी। वर्तमान में जोधपुर एयरपोर्ट पर 4 बे हैं, जहां से 13 फ्लाइट संचालित हो रही हैं।

सूत्रों के अनुसार 29 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोधपुर एयरपोर्ट के नए भवन का शिलान्यास कर सकते हैं। हालांकि टेंडर होने के बाद साइट हैंड ओवर हो चुकी है। ऐसे में कांट्रैक्टर ने छोटा-मोटा काम वहां शुरू भी कर दिया है।

बोर्डिंग गेट बढ़ेंगे, बिल्डिंग का होगा हेरिटेज लुक

हैरिटेज लुक में बनने वाली इस नई टर्मिनल बिल्डिंग और नए अप्रोन बनने के बाद एयरपोर्ट की क्षमता बढ़ जाएगी। रिनोवेशन में बोर्डिंग गेट भी बढेंगे। साथ ही बोइंग और एयरबस जैसे बड़े यात्री विमान भी यहां उतर सकेंगे। इसके साथ ही एटीसी, मल्टीलेवल पार्किंग, पैसेंजर मूवमेंट सिस्टम, लिफ्ट ऐस्कलेटर आदि सुविधाएं भी बढ़ेंगी।

शिलान्यास के बाद इस भवन को बनने में 18 महीने लगेंगे। 2025 की शुरुआत में इसका रिनोवेशन वर्क पूरा होने की संभावना है।

नए एयरपोर्ट भवन पर छीतर के पत्थर से जोधपुर की पारंपरिक नक्काशी भी दिखाई देगी। एयरपोर्ट के मास्टर प्लान से लेकर ड्राइंग, डीपीआर, एलिवेशन, टेंडर व एनवायरमेंट क्लीयरेंस का कार्य पूर्ण हो चुका है। साइट पर काम की भी शुरुआत हो चुकी है।

एप्रन क्षेत्र में 13 विमान एक साथ खड़े होंगे

जोधपुर एयरपोर्ट पर टर्मिनल बिल्डिंग, सहायक भवन जैसे सब स्टेशन, एसी प्लांट रूम, पंप रूम, कार पार्किंग, मल्टीलेवल कार पार्किंग, एयरक्राफ्ट पार्किंग बेस, अप्रोन कंट्रोल टावर, सीएसई एरिया का निर्माण किया जाना है।

योजना के तहत मौजूदा टर्मिनल भवन का विस्तार और एक नए टर्मिनल भवन का निर्माण किया जाना है। भवन में छीतर के पत्थर पर कार्विंग, मेहराब, स्टोन पिलर होंगे। इसका उद्देश्य जोधपुर के प्रसिद्ध पत्थर व नक्काशी को विश्वस्तरीय पहचान दिलाना है।

जोधपुर एयरपोर्ट डोमेस्टिक एयरपोर्ट के साथ वायु सेना बेस भी है। ऐसे में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा संचालित यह एयरपोर्ट इंडियन एयरफोर्स के जोधपुर वायु सेना स्टेशन के साथ हवाई क्षेत्र साझा करता है।

वर्तमान में हवाईअड्डा 12 एकड़ में बना है, जिसमें 5,690 वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र का एक टर्मिनल भवन है। यह प्रति घंटे 430 यात्रियों को संभालने में सक्षम है। टर्मिनल में 7 चेक-इन काउंटर और तीन बोर्डिंग गेट हैं।

अप्रोन में 4 पार्किंग बे (कतार) हैं। यात्रियों के हिसाब से वर्तमान का टर्मिनल भवन बहुत छोटा पड़ता है। पर्यटन सीजन में यहां भीड़ बढ़ने पर कई यात्रियों ने इसका स्पेस बढ़ाने को लेकर भी कई ट्वीट किए।

92 वर्ष पुराना है जोधपुर एयरपोर्ट

जोधपुर का एयरपोर्ट विश्व के चुनिंदा एयरपोर्ट में शामिल है। 92 साल पुराना यह एयरपोर्ट देश का सबसे पुराना बेस है। महाराजा उम्मेद सिंह ने 1924-25 में इसका निर्माण शुरू कराया था। इंडियन एयरफोर्स (तब रॉयल एयरफोर्स) की स्थापना से एक साल पहले 1931 में जोधपुर फ्लाइंग क्लब की स्थापना महाराजा उम्मेद सिंह ने की थी।

राजस्थान सरकार ने मार्च 2017 में यात्री टर्मिनल के विस्तार के लिए भारतीय वायुसेना के साथ एक एमओयू साइन किया। एमओयू के बाद मई 2021 में 37 एकड़ आईएएफ की भूमि एएआई को मिली है।