अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिन की खुशी में 28 सितंबर को मुस्लिम समुदाय जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकालेगा। इस जुलूस पर ड्रोन से निगरानी रहेगी। 500 वालंटियर्स व्यवस्था संभालेंगे। जुलूस में डीजे गाड़ियों पर पाबंदी रहेगी तथा जुलूस का सीधा प्रसारण डिजिटल मीडिया के माध्यम से कराया जाएगा। चार पहिया वाहनों की संख्या को सीमित रखा जाएगा। वालंटियर्स को आईडी कार्ड दिए जाएंगे। यह जानकारी समुदाय के प्रमुख लोगों ने मीडिया को दी और लोगों से अपील की है कि जुलूस में पैदल ही आएं।

प्रेसवार्ता में ये रहे मौजूद

अंजुमन सचिव सरवर चिश्ती अंजुमन यादगार के अध्यक्ष सुभान चिश्ती, सूफ़ी इंटरनेशनल के अध्यक्ष हाजी सरवर सिद्दीकी, सचिव नवाब हिदायत उल्ला, अंजुमन के उपाध्यक्ष हसन हाशमी कई मुनव्वर अली अंजुमन सदस्य गफ्फार काजमी सैयद फजले सैय्यद गुलज़ार चिश्ती, वसीम सिद्दिकी, हुमायु खान , चिश्ती एहतेशाम अहमद, सैयद ताहिर बना,पंचायत अंदर कोटिया के सचिव शफीक नवाब, कुरैशी समाज के अध्यक्ष हाजी रईस कुरैशी अब्बासी समाज के शकील अब्बासी, शाह समाज के आरिफ हुसैन, पार्षद सैय्यद फैसल चिश्ती, सलमान खान, मौहम्मद इमरान, सलीम बना, इफ्तेखार सिद्दीकी, शेखजादा जीशान चिश्ती एहसान सुल्तानी, अनवर चिश्ती, एस एम अकबर, अहसान मिर्ज़ा, मौहम्मद इकबाल, फखर खान, अब्दुल कय्यूम, आस्वद अली, अब्दुल लइक, अब्दुल नईम खान, रूहुल आमीन आदि मौजूद रहे।

स्वच्छता का संदेश देंगे

जुलूस के माध्यम से शहर में स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा तथा ग्रीन अजमेर क्लीन अजमेर के लिए लोगों को प्रेरित कर कहा जाएगा कि वह अपने घरों के साथ-साथ अपने मोहल्ले अपने क्षेत्र की सड़कों व गलियों को भी स्वच्छ रखने में नगर निगम का सहयोग करें। जुलूस में भी यदि कोई कचरा फैलाएं तो वह स्वयं अपने हाथों से कचरा एकत्र कर डस्टबिन में डालकर अच्छे शहरी होने का संदेश दें।

सुबह 9 बजे से होगी शुरुआत

28 को सुबह 9 बजे अंदरकोट के ढाई दिन के झोपड़े से जुलूस रवाना होगा। दरगाह के सामने से होता हुआ जुलूस दोपहर 1 बजे बारहदरी पहुंचेगा।

कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के दर जाएगी चादर, तारिक चिश्ती कन्वीनर

ख्वाजा साहब की दरगाह से हजरत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के दर चादर रवाना की जाएगी। लंगर का आयोजन होगा। इसके लिए अंजुमन सैयद जादगान ने संयुक्त सचिव सैयद तारिक चिश्ती को कन्वीनर बनाया है। अंजुमन सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने बताया कि देहली में महरोली स्थित ख्वाजा बख्तियार काकी का दो दिवसीय उर्स 29 व 30 सितंबर को मनाएंगे। एक प्रतिनिधिमंडल यहां से चादर लेकर दिल्ली जाएगा। 29 को ही इशा नमाज के बाद चादर पेश होगी।