विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले शिक्षा विभाग एक के बाद एक स्कूल क्रमोन्नति आदेश जारी कर रहा है। स्कूल्स में अब हाफ इयरली एग्जाम होने वाले हैं लेकिन इससे पहले स्कूल प्राइमरी से अपर प्राइमरी हो रहे हैं। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने राज्य के 31 और प्राइमरी स्कूल्स को अपर प्राइमरी में क्रमोन्नत कर दिया है। इन स्कूल्स की नई क्लासेज में इसी सत्र में एडमिशन भी हो सकेंगे।
निदेशक कानाराम ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इन स्कूल्स में इस सेशन में क्लास छह शुरू की जा सकती है। अगर क्लास सात और आठ के लिए पर्याप्त स्टूडेंट्स है तो इन्हें भी शुरू कर सकते हैं। क्लास छह हर हाल में इसी सत्र में शुरू कर दी जाएगी। नई क्लासेज के लिए कमरों का निर्माण होगा। इसके लिए जनप्रतिनिधियों का सांसद या विधायक कोटा लिया जा सकता है। जन सहयोग से भी कमरों का निर्माण करवाया जा सकता है। फिलहाल विभाग का प्रयास है कि इसी सत्र में क्लास छह शुरू हो जाए ताकि अगले सत्र तक मामला अटके नहीं। आवश्यक टीचर्स की व्यवस्था के लिए भी जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। इन स्कूल्स के आसपास के सरकारी प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूल में अगर जरूरत से ज्यादा टीचर है तो उन्हें यहां लगाया जा सकता है।
विधानसभावार हुए स्कूल क्रमोन्नत
आमतौर पर जिला स्तर पर स्कूल क्रमोन्नत होते हैं लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के मद्देनजर इस आदेश में भी विधानसभा क्षेत्र का जिक्र किया गया है। इस आदेश में विधानसभा क्षेत्र केकड़ी के दो, कठूमर के एक, तिजारा के एक, बागीदौरा के एक, बांसवाड़ा, कुशलगढ़, अंता, किशनगढ़, नदबई, आसिंद, नोखा, राजाखेड़ा, करणपुर, किशनपोल, फुलेरा, लाडनूं, नावां, गंगापुर, टोंक, सलूंबर के एक-एक स्कूल क्रमोन्नत हुए हैं जबकि वैर, सपोटरा, लाडपुरा और सीकर में दो-दो स्कूल प्राइमरी से अपर प्राइमरी हो गए।
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