श्रीगंगानगर - राकेश शर्मा 'मितवा'
श्रीगंगानगर के अनूपगढ़  रावला थाना इलाके में बॉर्डर एरिया के गांव 13 डीओएल में एक और ‘सीमा हैदर’ (एक बांग्लादेशी महिला) अपने सोशल मीडिया दोस्त से मिलने के लिए यहां पहुंच गई। पहुंचने की सूचना के बाद पुलिसकर्मियों में हडक़ंप मच गया।पुलिस इस महिला व गांव के एक युवक को थाने ले आई। दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। जल्द ही बांग्लादेशी महिला से श्रीगंगानगर में संयुक्त पूछताछ होगी।पुलिस ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि गांव 13 डीओएल में रोशन पुत्र हंसा सिंह से मिलने के लिए एक बांग्लादेशी महिला आई है। इस सूचना के बाद पुलिसकर्मियों में हडक़ंप मच गया और पुलिस बांग्लादेशी महिला व गांव के युवक को थाने ले आई।
इसके बाद पुलिस व खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को सूचित किया गया। थाने में पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है। जल्द ही महिला की श्रीगंगानगर सीआईडी जोन में विभिन्न एजेंसियों की ओर से संयुक्त पूछताछ कराई जाएगी। विदेशी महिला के एक युवक के पास बताया जा रहा है कि गांव के युवक रोशन से बांग्लादेशी महिला की सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई थी और वह वीजा लेकर उससे मिलने के लिए गांव में पहुंच गई। यह मामला भी पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर से मिलता जुलता बताया जा रहा है। इस महिला का नाम उम हबीबा ढाका बताया जा रहा है।पुलिस महिला से बॉर्डर एरिया में आने के संबंध में पूछताछ कर रही है। रायसिंहनगर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोर बूटोलिया ने बताया कि रावला के गांव में एक युवक के घर पर आई बांग्लादेशी महिला को थाने लाया गया है। पुलिस इस महिला से पूछताछ कर रही है। बॉर्डर एरिया में विदेशी व्यक्तियों के आने-जाने पर रोक है।
सोशल मीडिया पर हुई थी दोनों की दोस्ती गांव 13 डी ओ एल के ग्रामीणों ने बताया कि रोशन और हबीबा की दोस्ती सोशल मीडिया के याला वॉइस चैट के जरिए दोस्ती हो गई थी।दोनो की दोस्ती लगभग 6 माह पहले की बताई जा रही है। दोनों की इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आए दिन बात होना शुरू हो गया दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलने लगी और दोनों सोशल मीडिया पर एक दूसरे के साथ रहने की बातें करने लग गए। ग्रामीणों ने बताया कि संभावित दोनों में वीडियो कॉल के जरिये भी बात होती थी।3 सितंबर को रोशन हबीबा को लेकर आया बीकानेर से
रोशन के परिजनों ने बताया कि हबीबा 3 सितंबर को सुबह हबीबा बीकानेर पहुंच गई थी हबीबा ने इसकीr सूचना पूर्व में रोशन को दे दी थी। रोशन भी 3 सितंबर को हबीबा को बीकानेर से लेकर शाम तक गांव 13 डीओएल पहुंच गया। बताया जा रहा है कि हबीबा बांग्लादेश से कोलकाता दिल्ली होते हुए बीकानेर पहुंची थी। रोशन की मां कृष्णा बाई पत्नी हंसा सिंह ने बताया कि रोशन का विवाह लगभग 2 वर्ष पूर्व की रोजड़ी क्षेत्र सोमा बाई के साथ हुआ था और रोशन के करीब 7 महीने का एक बेटा भी है रोशन की पत्नी सोमा बाई 3 सितंबर को ही सुबह सिरसा में किसी पूजा में शामिल होने के लिए गई हुई है।

हबीब वापस नहीं जाना चाहती बांग्लादेश
रोशन की मां कृष्णा भाई ने बताया कि  जब उनके घर आई तो वह हिंदी में बात कर रही थी उसे पंजाबी भाषा समझ में नहीं आ रही थी।हबीबा ने बताया कि वह वापस बांग्लादेश नहीं जाना चाहती है उसके पास टूरिस्ट वीजा है और वह भारत में ही रहना चाहती है।हबीबा ने रोशन के परिजनों को बताया था कि बांग्लादेश में घर से आ जाने के कारण उसकी काफी बदनामी हो गई है इसलिए वह वापस अपने देश नहीं जाना चाहती।हबीबा बांग्लादेश के ढाका के निवासी बताई जा रही है।रोशन की मां ने बताया कि रोशन और उसका छोटा भाई मलकीत सिंह मजदूरी करते हैं और वह खुद नरेगा में कार्य करती है। रोशन के पिता की मौत लगभग 1 साल पहले बीमारी के कारण हो चुकी है। उन्होंने बताया कि रोशन केवल चौथी कक्षा तक पढ़ा हुआ है और वह भोला है। रोशन की बहनों और उसकी मां ने मीडिया और प्रशासन से अपील की है कि वह हबीबा को यहां नहीं रखना चाहते हैं इसलिए प्रशासन और सरकार उसे वापस बांग्लादेश भेजें।
मौके पर पहुंचे पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि गोपी राम भूकर ने बताया कि एक बांग्लादेशी महिला की गांव में आने की सूचना मिलने पर इसकी सूचना प्रशासन को तुरंत प्रभाव से दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में उनके व ग्रामीणों के द्वारा प्रशासन का सहयोग किया जाएगा और किसी भी तरह से इस बांग्लादेशी महिला को वापस उसके देश भेजने का प्रयास किया जाएगा।रावला थाना अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि महिला के पास टूरिस्ट वीजा मिला है और महिला के पास ₹2000 बांग्लादेशी मुद्रा भी मिली है।इस पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।आगामी कार्रवाई उनके निर्देशानुसार ही की जाएगी उन्होंने बताया कि पुलिस के द्वारा महिला से लगातार पूछताछ की जा रही है। महिला और रोशन से पूछताछ पुरी होने के बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।