जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय पर बुधवार दोपहर बाद कर्मचारियों ने हंगामा किया। राजस्थान आवासन बोर्ड कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के नेतृत्व में मुख्यालय पर तमाम कर्मचारियों ने सरकार और बोर्ड प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी। सरकार जो 1 हजार करोड़ रुपए हाउसिंग बोर्ड के खाते से आरएसपीएफ एंड एफएससीएल में जमा कराना चाहती है, उसके विरोध में ये प्रदर्शन किया।

संघ के प्रदेशाध्यक्ष दशरथ कुमार और महामंत्री प्रदीप शर्मा ने बताया कि मंडल की वर्तमान में 2600 करोड़ रुपए की देनदारियां हैं और मंडल कोष में मात्र 1600 करोड़ रुपए जमा है। इसके बावजूद भी राज्य सरकार मंडल कोष से 1000 करोड़ रुपए जबरन लेकर आरएसपीएफ एंड एफएससीएल में जमा कराना चाहती है।

संघर्ष समिति के संयोजक रमेश चन्द शर्मा और संयुक्त महासचिव गोविन्द नाटाणी ने बताया कि कर्मचारियों ने मुख्यालय ही नहीं बल्कि प्रदेशभर स्थिति सभी सर्किल और डिविजन ऑफिसों में गेट मीटिंग कर सरकार के इस निर्णय का विरोध जताया है। उसके बाद भी सरकार हठधर्मिता कर रही है।

संघ के कार्यकारी अध्यक्ष भगवती प्रसाद ने बताया कि सरकार ने सिटी पार्क के लिए जयपुर में बोर्ड की करोड़ों रुपए कीमत की जमीन ले ली, लेकिन उसके बाद अब तक न तो एक रुपए बोर्ड को दिए और न ही उसके बदले किसी दूसरी जगह इस कीमत की जमीन उपलब्ध करवाई। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसे ही हठधर्मिता करती रही तो बोर्ड के जल्दी ताले लग जाएंगे।

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार 1 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर करने के फैसले काे वापस नहीं लेती है तो 3 अक्टूबर से संघ के 11 पदाधिकारी बोर्ड मुख्यालय पर क्रमिक प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन के दौरान कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव सिंह रमाणा, मुख्यालय अध्यक्ष कंवलजीत सिंह, एस.पी. वर्मा, दिवेश जैन सहित कई पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।