जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

जयपुर ग्रामीण सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पुलिस मुख्यालय में मुख्यमंत्री ने जनता को अपराध और दुष्कर्म के गलत आंकड़े पेश किए हैं। राजस्थान अपराधों के मामलों में देशभर में 12वें स्थान पर नहीं बल्कि, पहले स्थान पर है।

उन्होंने कहा कि एनसीआरबी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में 6000 से ज्यादा दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं। जबकि मध्यप्रदेश में 2900 और यूपी में 2800 मामले दर्ज हुए हैं। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपराधियों को पकड़ने की जगह दूसरे राज्यों से प्रदेश की तुलना कर आम जनता को भयभीत करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक और जहां राजस्थान में अपराधी में लगाम हो गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री पुलिस की पीठ थपथपा कर गैर जिम्मेदार आना बयान देते हैं। जो सरासर गलत है।

एक और जहां मुख्यमंत्री पुलिस मुख्यालय में प्रदेश में क्राइम कंट्रोल करने की बैठक ले रहे थे। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में इस वक्त धौलपुर में एक थानेदार पिट रहा था। दौसा में पुलिसकर्मी की गोली लगने से हत्या हो गई थी। अजमेर में महिला के साथ दुष्कर्म हो रहा था। जबकि भिवाड़ी में फायरिंग और जयपुर में गैंगरेप जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री सिर्फ अपनी सरकार की लापरवाही पर लिपा पोती करने में जुटे हुए थे।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में हर दिन दुष्कर्म हत्या और चोरी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। बदमाश बेखौफ हो चुके हैं। जबकि पुलिस का मनोबल लगातार कमजोर हो रहा है। मुख्यमंत्री की घोषणाएं फेल हो गई है। इसलिए अब वह गारंटी देने लगे हैं। लेकिन उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में सिर्फ जयपुर और जोधपुर को ही राजस्थान मान शासन किया है।

उन्होंने प्रदेश में 200 मुख्यमंत्री बनाकर खुद की जिम्मेदारियां से दूरी बनाली थी। अब जब चुनाव का वक्त आया है। तब वह जनता को गुमराह करने के लिए झूठ और अटपटे बयान दे रहे हैं। क्योंकि उन्हें पता है राजस्थान की जनता अलगाववादी और अपराध का समर्थन करने वाली कांग्रेस सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने की तैयारी कर चुकी है।