जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट। 

राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाने के विरोध में स्टूडेंट्स उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने मेन गेट पर धरना दिया। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने कुलपति चैंबर के ताला लगा दिया और अर्धनग्न प्रदर्शन किया।

यूनिवर्सिटी में गेट के सामने स्थित विवेकानंद पार्क में छात्र रविवार देर रात से धरने पर बैठे हैं। सोमवार सुबह बड़ी संख्या में छात्र कैंपस में इकट्‌ठा हुए। इस दौरान NSUI, ABVP, RLP और निर्दलीय सभी छात्र मौजूद रहे। विवेकानंद पार्क में NSUI सहित सभी छात्रनेता अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर बैठ गए। इनमें 8 छात्र नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

छात्रों का कहना है की छात्रसंघ के चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होती है। सरकार को फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए। भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं ने सरकार के आदेश को काला अध्यादेश बताया है। 

राजस्थान यूनिवर्सिटी में भारी जाब्ता तैनात

छात्रों के धरने को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है। प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता मेन गेट पर तैनात कर दिया गया है। पुलिस जाब्ता तैनात करने के पीछे कारण है कि छात्र नेता उग्र होकर सड़क पर नहीं आ जाए।

अजमेर में ABVP-NSUI साथ आए
अजमेर में महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (एमडीएस) में एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक प्रदर्शन किया। छात्र संगठनों ने कुलपति डॉ. अनिल शुक्ला को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान छात्र नेताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर इस साल छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए तो छात्र नेता जयपुर में एक बड़ा आंदोलन करेंगे।

श्रीगंगानगर में कलेक्ट्रेट का गेट फांदकर अंदर घुसे स्टूडेंट
श्रीगंगानगर में स्टूडेंट्स ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वे कलेक्ट्रेट का गेट फांदकर अंदर घुस गए। इससे पहले कलेक्टर के ऑफिस के ठीक आगे सभा की गई। इन लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की।

सीकर में निकाली गई आक्रोश यात्रा
सीकर में एबीवीपी, एसएफआई और निर्दलीय नेताओं ने अलग-अलग जगह आक्रोश रैली निकाली। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब मुख्यमंत्री खुद छात्र राजनीति से शुरुआत करके प्रदेश के सर्वोच्च पद पर पहुंचे हैं। फिर छात्रसंघ चुनाव पर रोक क्यों लगाई है? मुख्यमंत्री को कहीं न कहीं लग रहा है कि राजस्थान में सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय में आज भी कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में चुनावी साल में छात्र संघ चुनाव पर रोक लगाई जा रही है।

कोटा में खून से लिखा लेटर
कोटा में भी सरकार के फैसले के खिलाफ छात्र नेता सड़क पर उतरे। आट्‌र्स कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज गेट के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र संघ अध्यक्ष मनीष सामरिया और छात्र नेता कवर सिंह चौधरी ने खून से पत्र लिखकर छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग उठाई। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्र नेताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई। सहायक निदेशक को ज्ञापन देने जाते समय पुलिसकर्मी ने छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष सामरिया को पकड़कर खींच लिया।