अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट। 

20वीं सदी के प्रथमाचार्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शांतिसागर महाराज के पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधि 108 आचार्य शिरोमणि वर्धमान सागर महाराज की सुविज्ञ शिष्या आर्यिका 105 ज्योतिमति माता का वर्ष 2023 का मंगलमय चातुर्मास किशनगढ़ में होगा। इसके लिए मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन पंचायत की ओर से रविवार को चातुर्मास कलश स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

पंचायत अध्यक्ष विनोद पाटनी ने बताया कि रविवार शाम 6.30 बजे से चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिरजी में ज्योतिमति माता के सान्निध्य में मंगलाचरण, चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, शास्त्र भेंट, मंगल चातुर्मास कलश स्थापना कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रचार मंत्री गौरव पाटनी ने बताया कि आचार्य वर्धमान सागर महाराज ससंघ का वर्ष 2023 का 55वां वर्षा योग उदयपुर के सूरजपोल के पास स्थित हुमड़ भवन में होगा। राजेश पंचोलिया इंदौर ने बताया कि परंपरा के सभी आचार्यों द्वारा उदयपुर में चातुर्मास पिछले वर्षों में किया गया है।

आचार्य शांति सागर ने वर्ष 1934 में, आचार्य वीर सागर ने वर्ष 1934 में, मुनि अवस्था में आचार्य शिव सागर ने वर्ष 1967 में, आचार्य धर्म सागर ने वर्ष 1978 में, आचार्य अजीत सागर ने वर्ष 1987 में चातुर्मास किया। आचार्य पद भी यहीं से मिला। वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्धमान सागर ने भी उदयपुर में वर्ष 2002 में चातुर्मास किया। सकल दिगम्बर जैन समाज के कई गणमान्य व्यक्ति एवं गुरु भक्त कलश स्थापना कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए किशनगढ़ से उदयपुर जाएंगे।