अलवर ब्यूरो रिपोर्ट।  

अलवर शहर में पानी के भीषण संकट में बीच विधायक संजय शर्मा ने कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली को लेकर विवादित बयान दिया है। विधायक ने साफ शब्दों में कहा कि मंत्री जूली पूरी तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की चमचागिरी के कारण मंत्री बने हुए हैं। अलवर के महाराज व पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह आदेश करेंगे तो मंत्री की औकात नहीं है कि सिलीसेढ़ से आने वाले पानी को रोका जा सके। सिलीसेढ़ से अलवर पानी लाने के 35 करोड़ रुपए का प्रस्ताव जानबूझकर रुकवाने का आरोप कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली पर आरोप लगाया है। हालांकि इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने साफ किया है कि कोई पानी लाने से नहीं रोक रहा है। सिलीसेढ़ से पानी शॉर्टटर्म के लिए लाया जा सकता है। लेकिन स्थाई समाधान तो ईआरसीपी से ही निकलेगा।

47 बोरिंग लगाने की सुस्त रफ्तार

विधायक ने कहा कि विधायक ने पूरे 5 करोड़ रुपए का बजट अलवर शहर की जनता के बोरवैल के लिए दिया है। जलदाय विभाग को जनवरी में अनुशंषा पत्र दिया। फरवरी में राशि स्वीकृत कर दी। टेंडर भी हो गए। वर्कऑर्डर भी कर दिया। लेकिन 47 बोरिंग करने के लिए ठेकेदार ने एक मशीन लगा रखी है। इस रफ्तार से बोरिंग समय पर नहीं होगी तो जनता को पानी कैसे मिलेगा। यह सब कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के दबाव के कारण काम धीमी रफ्तार पर है। कैबिनेट मंत्री नहीं चाहते कि अलवर शहर की जनता को राहत मिले। विधाकय ेनक हा कि सिलीसेढ़ से पानी आने के काम को जूली ने रुकवाया। जयसमंद से पक्की नहर को रुकवाया। जयसमंद पर गेट लगाने के काम को रुकवाया। सीधा सा मतलब है कि टीकाराम जूली अलवर शहर की जनता को परेशान करना चाहते हैं।

जितेंद्र सिंह की वजह से मंत्री

कैबिनेट मंत्री जूली पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का हाथ है। उनकी वजह से वे मंत्री हैं। लेकिन जूली की हरकतों से जितेंद्र सिंह की छवि भी बिगड़ रही है। पूरा राजस्थान जानता है कि जूली चमचागिरी जितेंद्र सिंह की करता है। उसी कारण वे मंत्री बने हुए हैं। जब राजा अपने मंत्री को आदेश देंगे तो मंत्री की औकात नहीं कि जनता का पानी रोक सकेंगे। जिस संस्था में जूली रह रहे हैं वहां कैसे जलदाय विभाग का पानी पहुंच रहा है। जबकि वह एक बिल्डर का अपार्टमेंट है। यह बात अलग है कि अब सरकार ने अपार्टमेंट पानी पहुंचाने की व्यवस्था की है।

सिलीसेढ़ से पानी लाना स्थाई समाधान

विधायक शर्मा ने कहा कि सिलीसेढ़ से पानी लेकर आना और जयसमंद को पानी से भरने का इंतजाम होने पर अलवर शहर की जनता को पूरा पानी मिल सकेगा। पानी की समस्या का समाधान हो सकेगा। लेकिन अभी बोरिंग करने से आमजन को काफी राहत मिल सकती है। उसमें भी जानबूझकर अड़ंगा किया जाता है। बुर्जा में 12 बोरवैल सूख गए। नए बोरवैल किए नहीं जा रहे हैं। वहां कैबिनेट मंत्री जूली बोरिंग के विरोध में आमजन को खड़ा कर देते हैं। इप सब कारणों से जनता को पानी नहीं मिल रहा है। हालांकि कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली इन सब आरोपों का खंडन करते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कभी बोरवैल नहीं रुकवाए। पहले भी बुर्जा में बोरवैल हुए है। वहां पानी कम हो गया। इसलिएए बोरवैल सूख गए।

पूर्व मंत्री ने कहा- यह साथ में चल सकता है

गर्मियों में सिलीसेढ़ में भी पानी कम रहता है। यह प्रोजेक्ट साथ में शॉर्टटर्म के लिए चल सकता है। लेकिन जब चंबल का पानी नहीं आएगा तब तक लोगों की प्यास नहीं बुझ सकती है। लेकिन ईआरसीपी पर केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। उनके नेता केवल राजनीति करते हैं।