सीएम अशोक गहलोत दो दिन के दौरे के लिए बाड़मेर में हैं। पहले दिन शुक्रवार को रात को करीब 9:30 बजे बाड़मेर के सर्किट हाउस में महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान सीएम को दो बार गुस्सा आया गया है। सीएम संवाद के दौरान बोलने लगे तो माइक खराब हो गया। गुस्से में आकर सीएम ने माइक को कलेक्टर के सामने फेंक दिया। फिर कलेक्टर ने माइक को उठाया। वहीं, महिलाओं के पीछे की तरफ अनावश्यक लोग खड़े थे। सीएम गुस्से में उनसे ही पूछने लगे कौन हो तुम। इसके बाद कलेक्टर और एसपी को आवाज लगाई।
दरअसल, सीएम अशोक गहलोत शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करने के बाद बाड़मेर सर्किट हाउस में पहुंचकर आराम किया। रात को 9 बजे बाद सर्किट हाउस में सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही महिला स्कीम को लेकर संवाद किया। महिलाओं ने सीएम को उड़ान योजना के फायदे बताएं। महिलाओं ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेह 15 प्रतिशत बढ़ाने का आभार व्यक्त किया। संवाद के दौरान मंत्री हेमाराम चौधरी, पंजाब प्रभारी एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी, गो सेवा आयोग अध्यक्ष एवं विधायक मेवाराम जैन, पदमाराम मेघवाल मौजूद थे।
संवाद के दौरान सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम को लेकर सीएम ने महिलाओं को जानकारी दी। सीएम महिलाओं से संवाद करने के दौरान माइक लेकर बोल रहे थे। इस दौरान माइक में प्रॉब्लम हो गई। सीएम ने महिलाओं से दूसरा माइक मांगा। वहीं, हाथ में पकड़ा माइक कलेक्टर की तरफ फेंक दिया। फिर कलेक्टर ने माइक को उठाया।
कुछ देर बाद जब एक महिला बोल रही थी। सीएम ने महिलाओं के पीछे अनावश्यक लोगों व अधिकारियों को खड़ा देख लिया। महिला को बोलने से रोका। फिर गुस्से में पूछा- तुम लोग कौन हो। हटो यहां से। तब कहा- आपके एसपी कलेक्टर कहां गए। दोनों एक जैसे हैं।
रात को सीएम अचानक काफिले से उतरे नीचे, पहुंचे भीड़ में
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रात को करीब 10 बजे गो सेवा आयोग अध्यक्ष एवं विधायक मेवाराम जैन के घर खाना खाने के बाद रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर लोगों की भीड़ देखकर सीएम ने युवाओं व लोगों से बातचीत की। वहीं, युवाओं ने सीएम के साथ सेल्फी ली। पैदल ही स्टेशन रोड राज सरोवर तक पैदल चलकर पहुंचे। वहां पर आइस्क्रीम की दुकान से आइस्क्रीम खाते हुए लोगों से चर्चा कर सिटी के हालचाल का जायजा लिया। इस दौरान राजस्थान गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष एवं बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, बायतु विधायक हरीश चौधरी ने भी आइसक्रीम का लुत्फ उठाया।
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