भरतपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 29 जून भरतपुर के नदबई में आ रहे हैं। नदबई में आगामी विधानसभा चुनावों पर रणनीति बनाई जाएगी इसके अलावा बड़ी सभा का आयोजन किया जायेगा। जिसकी तैयारियों को लेकर भरतपुर बीजेपी के नेता तैयारियों में लगे हुए हैं, साथ ही नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी 25 जून से भरतपुर में ही डेरा डाले हुए हैं।
राजेंद्र राठौड़ ने सीएम द्बारा बनाए गए बोर्ड और जिलों लेकर बयान देते हुए कहा की, बोर्ड कागजों में दफन रहेंगे, और समय के साथ-साथ यह खुद ही ख़त्म हो जायेंगे। क्योंकि इनके पास न तो बजट का प्रावधान है, न ही कार्य क्षेत्र डिफाइन है, इन्हें यह नहीं पता इनके पास क्या अधिकार है।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सीएम इस बार कई मामलों में कीर्तिमान स्थापित करते जा रहे हैं। हर महीने में तीन-चार अलग-अलग बोर्ड गठित करते हैं। कभी किसी महापुरुष के नाम के साथ, कभी किसी समाज के नाम के साथ, दुर्भाग्य इस बात का है। बजट में 1 पैसे का प्रावधान नहीं करते, बोर्ड जो बनाया गया है उसके पास क्या अधिकार है।
क्या टर्म्स एंड कंडीशन है, सिर्फ एक झुनझुना पकड़ा कर, जाति जोर से बजाय, वह जाति भ्रम पाले की उसकी जाति के लिए अशोक गहलोत ने बहुत बड़े काम किए हैं। यह पहली सरकार है जो बिना किसी उद्देश्य के बोर्ड बना रही है।
बोर्ड अपने कुछ लोगों को नामजद कर रही है। जिन लोगों को अध्यक्ष या किसी और पद के लिए नामजद कर रही है, वह खुद घूम रहे हैं, उन्हें खुद नहीं पता उन्हें क्या काम करना है।
इस तरह बोर्ड की फसल सामाजिक तौर पर कुछ लोगों को गुमराह कर कुछ महापुरुषों के नाम से,उन महापुरुषों को जानने और मानने वाले लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह वही हालत होगी जो, 19 जिलों का गठन करने के बाद हुई है। सरकार को जगह-जगह लोग कोस रहे हैं। सरकार की हिम्मत नहीं पड़ रही की तीन महीने बीत जाने के बाद भी नए जिलों का नोटिफिकेशन जारी करें।


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