अपने फार्म हाउस पर सो रहे पूर्व सरपंच और कांग्रेस नेता की बदमाशों ने गला काटकर हत्या कर दी। मामला बाड़मेर में सिवाना थाने के मिठौड़ा गांव का है। बताया जा रहा है कि आम सिंह रात के समय अकेले ही सो रहे थे। मंगलवार सुबह उनका बेटा घर से चाय लेकर पहुंचा तो वह छत पर खून में सने पड़े थे। आस-पास फर्श पर भी खून फैला था। बेटे ने ही रिश्तेदारों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए। एएसपी सुभाष खोजा, डीएसपी पचपदरा, बालोतरा ने भी घटनास्थल का दौरा किया।
एएसपी सुभाषचंद्र खोजा ने बताया कि मिठौड़ा गांव निवासी आम सिंह (68) पादरू-मिठौड़ा रोड स्थित अपने फार्म हाउस पर सो रहे थे। सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात करीब 2 बजे अज्ञात बदमाश आए और धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया। इस दौरान गला कटने से उनकी मौत हो गई। सुबह करीब 5 बजे हमें घटना की जानकारी मिली। इसके बाद डीएसपी और सर्किल का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। डॉग स्क्वाड और एफएसएल टीम को भी बुलाया गया।
पुलिस के अनुसार हमलावारों ने धारदार हथियार से आम सिंह के सिर और गले पर वार किए। गला कट जाने से उनकी मौत हो गई। छत पर जगह-जगह खून के धब्बे थे और लहूलुहान हालत में शव छत पर उल्टा पड़ा मिला था।
जानकारी के अनुसार, मृतक आम सिंह की पत्नी का दो साल पहले देहांत हो गया था। वहीं उनके दोनों बेटे मालसिंह और गणपत सिंह खेती-बाड़ी का काम देखते हैं।
मृतक के चार-पांच बेरे (खेत) हैं। वे कभी फार्म हाउस तो कभी घर पर सोते थे। ऐसे में चाय-पानी घर से ही आता था।
थार में रखे थे 10 लाख
मामले की जांच में सामने आया है कि हत्यारों ने आम सिंह के गले में पहनी सोने की चेन और अंगूठियां निकाल ली। सोने के आभूषण 2-3 तोले के बताए गए हैं। जांच में यह भी सामने आया कि फार्म हाउस में खड़ी थार जीप के अंदर करीब 10 लाख से ज्यादा रुपए रखे थे जो सलामत हैं। इसके अलावा किसी भी सामान की चोरी नहीं हुई है। लिहाजा, पुलिस की टीमें अलग-अलग एंगल से जानकारी जुटा रही हैं।
सरपंच है बहू
आम सिंह के बड़े बेटे की पत्नी वर्तमान में मिठौड़ा ग्राम पंचायत की सरपंच है। आम सिंह खुद भी उप प्रधान, सरपंच और जिला परिषद सदस्य रह चुके थे। फिलहाल खेती-बाड़ी का काम करते थे। फार्म हाउस से करीब दो किलोमीटर दूर ही उनका घर है, पूरा परिवार वहीं पर रहता है।
कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता थे
राजस्थान एससी आयोग के पूर्व अध्यक्ष और सिवाना के पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल के मुताबिक ओम सिंह 1988 से 1991 तक सिवाना के उप प्रधान रहे थे। 1995 से 2000 तक मिठौड़ा के सरपंच और 2000 से 2005 तक जिला परिषद सदस्य रहे। वह कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता थे। उनकी हत्या से पूरे जिले में शोक की लहर है।
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