मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जोधपुर के घोड़ा घाटी से मेहरानगढ़ फोर्ट तक राव जोधा रोड समेत 44 शिलान्यास और 16 लोकार्पण किए। दोपहर 1.30 बजे राव जोधा रोड का लोकार्पण करने के बाद उन्होंने शाम 5.30 बजे डिगाड़ी में लोकार्पण व शिलान्यास किए।
मुख्यमंत्री बोले- अब तो मैं भी बुजुर्ग हो गया
जोधपुर के संस्थापक राव जोधा के नाम पर मार्ग का लोकार्पण करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा- 1980 के चुनाव में मैं पहली बार जीता था । अब तो मैं भी बुजुर्ग हो गया हूं, मेरी उम्र भी अब 72 साल हो गई है। मुझे 29 साल की उम्र में आपने एमपी बना दिया था, जब जीतकर मैं रात को 2:00 बजे घंटाघर आया था, तो मेरा शानदार जुलूस निकाला था। परसराम मदेरणा, खेत सिंह राठौड़, राम सिंह विश्नोई सब नेता बैठे हुए थे।
जोधपुर क्या था क्या हो गया, जोधपुर में विकास की गंगा बहाई
गहलोत ने कहा- मैंने उस दिन कहा था, देखो जिंदगी में पहली बार एमपी (सांसद) बन गया हूं। मैंने गांव-गांव जाकर वादे किए थे, आपकी समस्याओं का समाधान करूंगा। उसमें कमी नहीं रखी। विकास में भागीदार बनूंगा । जोधपुर में विकास की गंगा बहाई है। जोधपुर में अगर कोई रिसर्च करे मालूम पड़े कि विकास किसे कहते हैं । जोधपुर क्या था क्या बन गया।
मैंने कहा था- दिल्ली जाने पर नीयत खराब हो जाती है, शिकायत आए तो आप मेरा कान पकड़ लेना
गहलोत ने कहा- पहली बार एमपी बनने पर उस दिन लास्ट बात मैंने कही थी कि मैं दिल्ली जा रहा हूं, दिल्ली जाने के बाद कई बार आदमी की नीयत खराब हो जाती है। इसलिए मैं आप पर छोड़ दे रहा हूं, आपका नुमाइंदा जिंदगी में, हिंदुस्तान के किसी भी कोने में रहे। अगर कोई शिकायत आ जाए, आप सबको अधिकार है, आप मेरा कान पकड़ लेना।
जरूरत पड़ी तो मैजिशियन बनकर पैसा कमा लूंगा लेकिन आपका सिर नीचे नहीं होने दूंगा
गहलोत ने कहा- मैंने यह भी कहा था की अगर जरूरत पड़ गई, मजबूरी आ गई ऐसी तो मुझे मैजिक भी आता है, तो मैं मैजिशियन बनकर कर पैसा कमा लूंगा लेकिन आपका सिर नीचे नहीं होने दूंगा। और मुझे खुशी है राव जोधाजी के वंशज गज सिंहजी के पिताजी भी मैजिशियन थे। शायद आपको मालूम नहीं होगा । मैजिक का शौक रखते थे।
मेरे पिताजी के उनसे संपर्क थे। मैजिक के माध्यम से संपर्क थे। उनको शौक था। मुझे खुशी है कि आज मैं पुरानी बात आपके सामने शेयर कर रहा हूं क्योंकि ऐतिहासिक मौका है। यह कोई मामूली रोड का नामकरण नहीं है । राव जोधा जिन्होंने जोधपुर बसाया उनके नाम के मार्ग का लोकार्पण पूरे मारवाड़ के लिए मैसेज है।
राव जोधा मार्ग के लोकार्पण पर मैं उन्हें श्रद्धाजंलि देता हूं। उन्होंने 565 साल पहले जोधपुर बसाया और फिर जोधपुर को सजाया संवारा। यह उल्लेखनीय है। हम दखल नहीं दे सकते लेकिन हमारी भावना है कि जोधपुर को यूनेस्को विश्व हैरिटेज शहर के रूप में घोषित करे।
राव जोधा मार्ग के लिए लंबे समय से मांग थी। सरकार बदलती है तो काम रुक जाते हैं। रिफाइनरी 38 करोड़ की थी 5 साल बर्बाद हुए तो 72 करोड़ की हो गई। काम रुकने नहीं चाहिएं, हम जनहित के काम नहीं रोकते। हर काम आगे बढ़ने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि घोड़ा घाट का काम पहले पूरा हो जाता तो टूरिस्ट को आराम रहता। अब ये खूबसूरत बना है। सड़क की अच्छी क्वालिटी और चौड़ाई है। टूरिज्म को लेकर अब अच्छा काम हो रहा है। आज से 565 साल पहले जोधपुर बसा था। बसने के बाद यह लगातार बढ़ता रहा। जोधपुर का नाम मारवाड़ में नहीं बल्कि दुनिया के मुल्कों में है।
मैंने प्रधानमंत्री से मांग की है कि देश के हर परिवार को राइट टू सोशल सिक्योरिटी दें। राजस्थान में हमने इसकी पहल की है।
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