जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।    

राजस्थान यूनिवर्सिटी हेल्थ एंड साइंसेज (आरयूएचएस) की ओर से जनवरी में भर्ती किए 1763 डॉक्टर्स को आज मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत ने शपथ दिलाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने डॉक्टर्स के ट्रांसफर और मनमानी पोस्टिंग पर बात कही। उन्होंने कहा हमारे पास इतनी सिफारिशें आती है डॉक्टर्स के लिए, क्योंकि हर कोई डॉक्टर एसएमएस में लगना चाहता है। ये आज नहीं पिछले कई सालों में देख रहा हूं।

जयपुर के झालाना स्थित राजस्थान इन्टरनेशनल सेन्टर (आरआईसी) में हुए इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी डॉक्टर का ट्रांसफर कर दो तो हाईकोर्ट जज, पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री या एमएलए का फोन आ जाता है। और मजबूरी में क्या होता है कि कई बार एसएमएस या जयपुर शहर में कई जगह डॉक्टर ज्यादा लग जाते है। इस कारण राज्य में दूसरे हॉस्पिटल (पीएचसी-सीएचसी) खाली रह जाती है। उन्होंने इस मामले पर हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि चाहे वे मंत्री नहीं रहे, लेकिन किसी भी जगह एक्सट्रा डॉक्टर नहीं लगने दूंगा।

डॉक्टरों की स्ट्राइक से हम पूरे देश में बदनाम हुए
गहलोत ने इससे पहले राइट टू हैल्थ बिल का भी जिक्र किया और कहा कि हमने जनता को इलाज का अधिकार दिया, लेकिन डॉक्टरों ने अनावश्यक ही इसे गलत ले लिया और स्ट्राइक पर चले गए। माना भगवान नाराज होते है, लेकिन ऐसे नाराज नहीं होते कि इंसान को मरने के लिए ही छोड़ दे। डॉक्टरों के स्ट्राइक पर जाने से हम पूरे देश में बदनाम हो गए, जो हुआ ठीक नहीं हुआ। मुझे विश्वास है कि कभी न कभी केन्द्र सरकार और दूसरी राज्य सरकारों को भी ऐसा कानून लाना पड़ेगा।

2 साल तक कोई ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए न आए मेरे पास

कार्यक्रम के दौरान नवनियुक्त डॉक्टरों को संबोधित करते हुए हैल्थ मिनिस्ट परसादी लाल मीणा ने कहा कि आप सबकी ज्वाइनिंग हो चुकी है और प्लीज अब कोई भी 2 साल तक ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए मेरे पास या कहीं भी आवेदन करने न जाए। मेरा मानना है कि जो डॉक्टर जहां लम्बे समय तक काम करता है वहां उस डॉक्टर की प्रतिष्ठा बढ़ती ही है। मंत्री मीणा ने कहा कि हमने इस बार आप सबकी पोस्टिंग भी काउंसलिंग के जरिए की है और ये पहली बार ऐसा हुआ है। इस कारण इस दौरान किसी की भी सिफारिश नहीं मानी गई, यहां तक की हैल्थ मिनिस्टर की भी नहीं चली। यही कारण रहा कि जिन 700 पीएचसी में जनवरी तक एक भी डॉक्टर नहीं था वहां अब डॉक्टर अपोइंट हो गए। उन्होंने कहा कि आज राज्य में किसी भी पीएचसी-सीएचसी में अब ऐसी स्थिति नहीं है कि जहां डॉक्टर नहीं है।

राजहैल्थ पोर्टल का किया लोकार्पण
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हेल्थ डिपार्टमेंट का पोर्टल राजहैल्थ का भी लोकार्पण किया। इस पोर्टल पर हेल्थ डिपार्टमेंट से संबंधित सभी तरह की जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा डिपार्टमेंट से जुड़े तमाम कर्मचारियों-अधिकारियों से जुड़े काम जैसे छुट्‌टी, डीपीसी, किसी तरह की शिकायत का निस्तारण आदि इस पोर्टल के जरिए ही किया जाएगा।