कोटा ब्यूरो रिपोर्ट।  

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में रायशुमारी का दौर जारी है। प्रदेश प्रभारी, विधायकों से वन टू वन फीडबैक ले रहे हैं। इस बीच सांगोद से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री भरत सिंह कुंदनपुर ने भी अपने सुझाव प्रदेश प्रभारी को भेजे है। भरत सिंह ने 16 अप्रैल को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को लिखित में एक लेटर भेजा है। जिसमें अपने सुझाव दिए है।

भरत सिंह ने लेटर में ये लिखा

भरत सिंह ने लिखा कि साल 2023 के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। गहलोत सरकार ने जनहित की बहुत सारी निशुल्क योजना प्रदेश में चला रखी है। योजना के आधार पर जनता वोट डाले, तो हमको सारी 200 सीटों पर ही जीतना चाहिए। क्या ऐसा होगा? इसका उत्तर तो मुख्यमंत्री जी ही दे सकते हैं।

भरत सिंह ने लिखा कि अगले चुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री जी को प्रदान करें।पार्टी में सब कुछ उनकी मनमर्जी से होता है। चुनाव जीते तो पूरा यश उनको, यदि नाव डूबी तो उसके लिए भी उनको ही जिम्मेदार माना जावे।

भरत सिंह ने 6 सूत्रीय सुझाव प्रदेश प्रभारी को लिखित में भेजे हैं।

1. चुनाव में 75 फ़ीसदी नए उम्मीदवार मैदान में उतारे जावे।

2. साफ छवि के ईमानदार युवा को प्राथमिकता दी जावे। ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत राज के सदस्यों में से युवाओं, महिलाओं को प्राथमिकता दी जावे।

3. बारां, झालावाड़, बूंदी, कोटा व नए जिलो में अध्यक्ष बनाए जाएं।

4. राजस्थान के राज्यसभा के सदस्यों को अलग-अलग संभाग की जिम्मेदारी सौंपी जावे। अभी इनका योगदान शून्य है।

5. भ्रष्ट मंत्रियों को टिकट नहीं दिया जावे।

6. सरकार द्वारा 'भाजपा' के विरोध का केंद्र बिंदु कोटा को बनाया जावे।यहां भ्रष्टाचार स्पष्ट दिखाई देता।