अलवर ब्यूरो रिपोर्ट। 

अलवर में सरिस्का के जंगलों से सटे आबादी क्षेत्र में टाइगर का मूवमेंट बढ़ता जा रहा है। अब अलवर से सटे आबादी क्षेत्र में पिछले चार दिनों से टाइगर के दो शावक लगातार देखे जा रहे हैं। इधर, जब ये भूरासिद्ध मंदिर के पास इन दो शावकों को देखा गया तो फाॅरेस्ट डिपार्टमेंट ने वहां मॉनिटरिंग शुरू कर दी है।

मामला अलवर शहर से सटे जयपुर रोड स्थित नया भूरासिद्ध मंदिर परिसर का है। वीडियो 4 दिन पहले मंगलवार का बताया जा रहा है। मंदिर परिसर के पास ही 100 मीटर की दूरी पर आबादी है और ये पूरा एरिया शहर की सीमा से सटा हुआ है। बताया जा रहा है कि ये ST-19 का शावक है, जिसका वीडियो सामने आया है। इससे पहले ST-19 के दो शावक इसी एरिया में देखे गए थे।

रेंजर शंकर सिंह ने बताया कि मंदिर के पास टाइगर ने गाय का शिकार किया था। इसी के बाद से इन शावक की मंदिर के पास मूवमेंट बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को स्थानीय लोग मंदिर गए थे। यहां पास में ही एक पानी का टैंक बना हुआ है।इसी टैंक के पास शावक आया और पानी पीने लगा। कुछ देर बाद इस टैंक में शावक ने छलांग लगा दी और अठखेलियां करने लगा। करीब 30 मिनट तक ये शावक पानी में अठखेलियां करने लगा।

आसपास 4-4 टाइगर देखे गए
अलवर शहर सेलगता सरिस्का क्षेत्र का बफर जोन है, जो करीब 150 किलोमीटर एरिया में फैला है। बाला किया और प्रताप बांध के आस-पास पहले भी टाइगर देखे जा चुके हैं। इसके बाद प्रशासन से इस टैरिटरी को बढ़ा दिया था। जहां ST-19 के शावक का मूवमेंट है वह भी टाइगर की टैरिटरी है। लेकिन, रेंजर का दावा है कि पहली बार ये शावक आबादी से सटे इन इलाकों में देखे गए हैं।

अब सरिस्का में 28 टाइगर
DFO डीपी जागावत ने बताया कि सरिस्का में टाइगर की संख्या 25 हो गई है। इसमें 11 फीमेल टाइगर ST 7, ST 8, ST 2, ST 7, ST9, ST 10, ST12, ST17, ST14, ST19, ST 22 हैं। 7 मेल टाइगर ST15, ST20, ST21, ST18, ST23, ST24, ST25 हैं। इनमें टाइगर एसटी 29 व एसटी 30 भी नए जुड़ गए हैं, जो रणथम्भौर से अलवर आए हैं। इस तरह सरिस्का में अब कुल 28 टाइगर हो गए हैं जिनमें 14 बाघिन, 8 बाघ और 6 शावक हैं।

अब तक रणथम्भौर से आए टाइगर
एसटी 1, एसटी 2, एसटी 3, एसटी 4, एसटी 5, एसटी 6, एसटी 9, एसटी 10, एसटी 16 व एसटी 29, एसटी 30 होगी। ये सभी टाइगर व टाइग्रेस रणथम्भौर से सरिस्का लाए गए हैं। इनमें कुछ की मौत हो चुकी है। अब सरिस्का में टाइगर की संख्या बढ़ने लगी है।