जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
श्रुति मंडल, कला साहित्य एवं संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय सुराणा स्मृति समारोह के  दूसरे दिन पद्मश्री स्व.प्रकाश चंद्र सुराणा स्मृति दिवस पर सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक पं.राकेश चौरसिया ने जब बांसुरी पर स्वर छेड़े तो मानो मन मे मयूर नाच उठा। पंडित राकेश चौरसिया ने राग पूरिया कल्याण से कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने आलाप, जोड़ के साथ एक रचना मध्य ताल में निबद्ध 9 मात्रा में प्रस्तुत कर लोगों को सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया की याद को ताजा कर दिया। उन्होंने अंत में  राग बिहाग से कार्यक्रम का समापन किया।कार्यक्रम के प्रारंभ में पद्मश्री स्व  प्रकाश चंद सुराणा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर विमल सुराणा, शोभा सुराणा, सुधीर माथुर, चंद्रप्रकाश और प्राचीर् सुराणा ने कलाकारों को पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन अनंत व्यास ने किया और अंत में प्राचीर सुराणा में आभार व्यक्त किया। इनके साथ  तबले पर ओजस अधिया और मृदंगम पर श्रीधर पार्थसारथी ने शानदार संगत करते हुए कार्यक्रम को परवान चढ़ाया।