नागौर ब्यूरो रिपोर्ट।
नागौर जिले के जेएलएन अस्पताल में एक सरकारी डॉक्टर ने गुरूवार सुबह ड्यूटी पर आने के दौरान हॉस्पिटल परिसर में अपनी कार से तीन लोगों को कुचल दिया। साथ ही एक प्राइवेट एंबुलेंस को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। दोनों घायलों का सरकारी अस्पताल में उपचार जारी है। जानकारी के अनुसार, नागौर के जेएलएन अस्पताल के परिसर में डॉक्टर वाई एस नेगी नशे में धुत होकर कार चलाता हुआ पहुंचा और 3 लोगों को कुचल दिया। हादसे में चेनार निवासी भंवरलाल मेघवाल की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं नागौर निवासी नजमा बुरी तरह से घायल हो गईं। एक महिला को गंभीर चोट आई है। अस्पताल में मेडिकल ज्यूरिस्ट पद पर तैनात डॉक्टर नशे में इतना धुत था कि तीनों को कुचलते हुए वहां खड़ी एक एंबुलेंस में जाकर टक्कर मार दी। इसके बाद डॉक्टर की कार अस्पताल परिसर में एक पेड़ से जा टकराई। हादसे के बाद अस्पताल परिसर के कार्मिक डॉक्टर को अस्पताल के अंदर ले गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टर नेगी को अस्पताल के कार्मिक ने पीछे के दरवाजे से फरार करवा दिया। इधर हादसे में घायल हुई नजमा प्रेग्नेंट है। वह अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने के लिए आई थी। नजमा अस्पताल परिसर में जैसे ही अंदर घुसी तभी पीछे से डॉक्टर की कार काल बनकर वहां पहुंची और नजमा को टक्कर मार दी, जिससे नजमा हवा में उछल कर गिर गई, जिसका इलाज अस्पताल में जारी है। मृतक के शव को अस्पताल परिसर को मोर्चरी में रखवाया गया है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना की जांच कर रही है।
बेनीवाल का गंभीर आरोप।
नागौर में जेएलएन अस्पताल के पास हादसे को लेकर आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सांसद बेनीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि अस्पताल के एक दर्जन डॉक्टर शराब पीकर बैठते हैं। विगत महीनों में कलेक्टर के साथ मैंने दौरा भी किया था। सुधार लाने को लेकर निर्देश भी मैंने दिए थे, लेकिन किसी तरह से कोई सुधार यहां पर नजर नहीं आया। पूरे मामले को लेकर एसपी और आईजी से बात की है। आरोपी को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए।