जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
सूबे की गहलोत सरकार विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा दांव खेलने जा रही है। सरकार अब राशन की दुकानों के जरिए आम आदमी की रसोई तक पहुंच बनाने की तैयारी कर कर रही है। सरकार अब जल्द ही राशन की दुकानों पर सस्ता रसोई के समान उपलब्ध कराएगी। इसके साथ ही विभाग प्रदेश में 10 लाख लोगों को खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ने की तैयारी कर रहा है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिवालय स्थित अपने कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कहा कि सरकार जल्द ही राशन की दुकानों पर रसोई का सस्ता सामान उपलब्ध कराने की योजना तैयार कर रही है। हमारी कोशिश होगी कि राशन की दुकान पर हम नए आइटम लाएं। इसके लिए निगम के जरिए पूरी तैयारी गई है।उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि आम उपभोक्ता को राशन की दुकान पर सस्ती चीज मिल जाए। राशन की दुकानों पर गेहूं के साथ चीनी, तेल, नमक, दाल, साबुन, ऑयल, मसाले, चाय पत्ती सहित कई खाद्य पदार्थ बेचने के लिए रखे जाएंगे जो बाजार की तुलना में कम रेट में होंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए कंपनियों से भी बात चल रही है, जल्द ही ये योजना धरताल पर दिखेगी।खाचरियावास ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि महंगाई के कारण आम जनता परेशान है। मोदी सरकार जनता की मूलभूत सुविधाओं की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है। तेल, नमक, मसालों के दाम आसमान छू रहे हैं। खाद्य पदार्थ आम आदमी की पहुंच से दूर हो रहे हैं। खाचरियावास ने कहा कि ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए कांग्रेस राशन की दुकानों पर सस्ती वस्तुएं उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है।खाचरियावास ने कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग जनता से जुड़ा हुआ है। राजस्थान में 27 हजार राशन की दुकानें हैं। प्रदेश में 10 लाख लोगों को खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ा जाएगा। नए नामों को 16 जनवरी तक जोड़ने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के "कोई भूखा नहीं सोए" के नारे पर विभाग काम कर रहा है। इसमें पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऑनलाइन काम किया जा रहा है। खाचरियावास ने कहा कि राशन की दुकानों को लेकर किसी को तकलीफ है तो 181 हेल्पलाइन के साथ विभाग के पोर्टल पर भी शिकायत कर सकते है।