करौली ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान के करौली जिले में ब्लॉक की 32 पंचायतों में 22000 बच्चों के साथ ज्ञानोदय परियोजना का संचालन जतन संस्था द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सहयोग से शिक्षा विभाग के साथ मिलकर किया गया। इस परियोजना के तहत किए गए विशेष प्रयास जैसे शाला पूर्व समितियों का सशक्तिकरण युवा स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं का चयन और प्रशिक्षण शिक्षा मित्रों शाला सबलन और विद्यालय स्टाफ की सकारात्मक सोच में सहयोग से न केवल शिक्षा के प्रति सक्रिय भागीदारी बढ़ी है बल्कि करौली जिले को शिक्षा के क्षेत्र में उच्च पायदान तक पहुंचने में भी सफल हो सके। जतन संस्थान और NSE फाउंडेशन के साझा प्रयास से हमेशा बच्चों को लाभ मिलता रहे। इसके लिए परियोजना का कार्यकाल खत्म होने के पश्चात भी घर - घर ज्ञानोदय के माध्यम से बच्चें हमेशा इस कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे और बच्चों के अधिगम के लिए QR कोड़ कैलेंडर विद्यालयों में दिया जाएगा। यह कार्यक्रम की खास विशेषता यह है की इसमें 6 सप्ताह की श्रुंखला - 5 से 8 मिनट की रोचक रसप्रद 42 ऑडियो के माध्यम से "खेल खेल में शिक्षा" प्राप्त होगी। समुदाय के किसी भी अप्रशिक्षित सदस्य अथवा विद्यालय के शिक्षक यह कार्यक्रम से बच्चों की शिक्षा में समान भागीदार बन पाएंगे। जब यह परियोजना कार्यकाल पूरा कर रही है तो हम सब संतुष्ट है कि जो महत्वपूर्ण कार्य हमने शुरू किया था वह अनवरत जारी रहेगा। हमारे समुदाय की जागरूक सदस्य हमसे भी युवा आप और आपके सहयोगी इन प्रयासों को आगे बढ़ाते रहेंगे और उनके प्रयास हमारे क्षेत्र के बालक बालिकाओं की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में झलकते रहेंगे। जो हमारे घर परिवार विद्यालय और समुदाय में एक सकारात्मक बदलाव ला सकेंगे । इसी के तहत जतन संस्थान और NSE के साझा प्रयास से हमेशा बच्चों को लाभ मिलता रहे उसके लिए परियोजना का कार्यकाल खत्म होने के पश्चात भी "घर - घर ज्ञानोदय" के माध्यम से बच्चें हमेशा इस कार्यक्रम से जुड़े रहे उसके लिए बच्चों के अधिगम के लिए QR कोड़ कैलेंडर विद्यालयों में दिया जाएगा जिसमे शिक्षक बच्चों को शिक्षा से जोड़ पायेंगे। यह संवाद में परियोजना से कार्यक्रम अधिकारी उत्कर्ष सुथार तथा HR अभिषेक गुजराती उपस्थित रहे।