जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मंत्री महेश जोशी को विधायक दिव्या मदेरणा ने आडे हाथों लिया है। विधायक ने कहा कि उन्हें मंत्री महेश जोशी ने ही रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया था, लेकिन वो स्वयं इस बैठक से नदारद रहे। यह कोई सामान्य बात नहीं है, बल्कि अनुशासनहीनता है। उन्होंने कांग्रेस में चल रही गुटबाजी पर बोलने के दरम्यान अपने दादा परसराम मदेरणा का जिक्र किया। विधायक ने कहा कि वो अपने दादा के सियासी विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। साथ ही दिव्या ने कहा कि 10 साल उनके परिवार ने जो सितम सहा है, वो किसी से छुपा नहीं है। फिर भी कांग्रेस के प्रति उनकी निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता, क्योंकि उनके लिए आलाकमान का फैसला ही मान्य होगा। दिल्ली से आए पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के लिए होटल पहुंची ओसियां विधायक ने कहा कि रविवार को सीएमआर में अधिकृत विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई थी। जिसकी उन्हें सूचना थी। 10 जनपद की ओर से जो पर्यवेक्षक भेजे गए हैं, उनकी मौजूदगी में बैठक होनी थी। उन्होंने आगे कहा कि वो परसराम मदेरणा की पोती हैं, जिन्होंने वर्ष 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष के फैसले को मान अपने आगे बढ़ते कदम पीछे ले लिए थे। परसराम मदेरणा ने अपने सार्वजनिक मंच से एक स्पीच दी थी, जिसमें कहा था कि ऊपर भगवान और धरती पर यदि किसी को वो मानते हैं तो वो कांग्रेस अध्यक्ष हैं। वो खुद उसी परिवार की विरासत को आगे ले जा रही हैं। दिव्या ने कहा कि पहले भी वो जब होटल में विधायकों के साथ जुटी थी, तब भी वहां अधिकृत विधायक दल की बैठक हो रही थी। उस वक्त कांग्रेस अध्यक्ष ने दिल्ली से तीन ऑब्जर्वर भेजे थे। कांग्रेस विधायक दल की बैठक यदि टिंबक्टू में भी हुई तो भी वो वहां पहुंचेंगी। विधायक ने कहा कि कांग्रेस की अधिकृत बैठक में नहीं आना और अलग मीटिंग करना अनुशासनहीनता को दर्शाता है. इस दौरान उन्होंने मंत्री महेश जोशी पर भी निशाना साधा। विधायक ने कहा कि मंत्री ने ही उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया था, लेकिन खुद बैठक से नदारद रहे, जो अनुशासनहीनता है।