जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मानसून की तेज बरसात ने कई जिलों में आमजन जीवन को अस्त व्यस्त कर रखा हैं। बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेजी से बढ़ने लगी है और धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश जोधपुर में आठ इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। मूसलाधार बारिश से बाढ़ के हालात हो गए हैं। इससे निचले इलाकों में पानी भर गया, जलनिकासी नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आसपास के गांवों में जलभराव से अग्रिम आदेश तक स्कूल, काॅलेज बंद किए गए हैं। वहीं जलनिकासी के लिए आपदा प्रबंधन की टीमों को बुलाया गया है। भीलवाड़ा में भी तेज बारिश का आमजन के लिए राहत कम आफत ज्यादा बन रहा है। घरों में पानी घुसने के साथ ही पूरा शहर तरबतर हो गया है। झालावाड़ के कालीसिंध बांध के तीन गेट खोलकर पानी की निकासी जारी है। साइरन बजाकर आमजन को अलर्ट किया। तेज बारिश से भीलवाड़ा- कोटा राजमार्ग का संपर्क कटने से लोगों को दूसरे रास्तों के जरिए अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। भीलवाडा में सात इंच, चित्तौडगढ़ के बस्सी में आठ इंच, चित्तौडगढ में सात इंच, जोधपुर में आठ इंच , पाली के सरदारसमंद में छह इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा जैसलमेर, टोंक, कोटा, बूंदी, बांसवाड़ा, उदयपुर, सीकर, डूंगरपुर, प्रतापगढ, अजमेर में भी बारिश हुई।तेज बारिश से पाली के जवाई बांध के अलावा बूंदी में गुढ़ा डैम, जयपुर के छापरवाड़ा, पाली के सरदार समंद, दौसा के मोरेल, टोंक के टोरडी सागर, बांसवाड़ा के माही बजाज सागर, अलवर के सिलीसेढ, सिरोही के वेस्ट बनास समेत कई बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई। इसके अलावा बूंदी के बरधा, झालावाड़ के कालीसिंध, भीमसागर, गागरिन सहित कई बांध ओवरफ्लो हो गए। माउंट आबू में अब तक 31.4 इंच से अधिक बारिश हुई दर्ज। मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक मानसून को कम दबाव वाले क्षेत्र से जोड़ने वाली रेखा फिलहाल राज्य के दक्षिणी हिस्से से गुजर रही है जिसके चलते आने वाले दो दिनों तक राज्य के कई इलाकों में बारिश हो सकती है। वहीं मानसून राज्य के दक्षिणी भाग में विशेष तौर पर सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है। जोधपुर, कोटा, अजमेर और उदयपुर संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। वहीं भरतपुर, जयपुर और बीकानेर संभाग के कई जिलों में भी बारिश होने के आसार हैं।
0 टिप्पणियाँ