कोटा के सांगोद विधायक भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर प्रदेश के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्ट और खनन माफिया होने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री गहलोत से वह मंत्री को पद से हटाने की मांग भी कर चुके हैं। अब उन्होंने एक पत्र लिखकर साफ कहा है कि अगर प्रमोद जैन भाया को पद से नहीं हटाया गया है तो वह भी भरतपुर के साधु की तरह आत्मदाह का प्रयास कर सकते हैं। विधायक भरत सिंह ने पत्र में लिखा है कि अवैध खनन का सीधा संबंध गुंडागर्दी से है। शासन के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं हो सकता है। साधु के आत्महत्या के प्रयास के बाद अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला कलेक्टर व प्रशासन ने खनन माफिया को चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया भी मौजूद थे।
विधायक ने लिखा है कि प्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया खनिज मंत्री ही हैं। इन्होंने अवैध खनन में अपने गृह जिले बारां में ही रिकॉर्ड कायम किया है। बारां में छांट कर सभी भ्रष्ट अधिकारी कलेक्टर, मंडल वन अधिकारी और अन्य उच्च पदों पर नियुक्त किए जाते हैं। जंगल, जमीन, नदी व नालों पर अवैध खनन करवाकर भ्रष्टाचार किया गया है। बारां में अवैध खनन के कारण कई लोग जान गंवा चुके हैं। उन्होंने सीएम को यह भी लिखा है कि इसके पहले सोरसन और गोडावण संरक्षण को लेकर भी पत्र लिख चुका हूं। अवैध खनन को रोकने का एकमात्र मार्ग अगर भरतपुर के साधु वाला ही है, तो मुझे इस कारगर मार्ग पर चलकर आप तक बात पहुंचानी न पड़े तो बेहतर होगा।


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