चित्तौड़गढ़ ब्यूरो रिपोर्ट।
चितौड़गढ़ जिले मे गत महीने पारसोली थाना इलाके में डोडा चूरा जब्ती की कार्रवाई के दौरान मकान से जेवर चोरी के मामले में जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बड़ी कार्रवाई की है। अलग-अलग आदेश जारी कर थाना प्रभारी लोकपाल सिंह को लापरवाही के आरोप में हटाते हुए लाइन भेज दिया। जबकि प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन काल के दौरान इनका मुख्यालय पुलिस लाइन रखा गया है। दरअसल मामला पारसोली थाना अधिकारी के नेतृत्व में 13 जून को देर रात काला झोपड़ा गांव में हुकमा नाम के किसान के घर तलाशी का है। कार्रवाई के दौरान वहां से 90 किलो डोडा चूरा जब्त किया गया था। यह कार्रवाई उस समय विवाद में आ गई जब हुकमा के पुत्र रतन ने 13 दिन बाद ही तत्कालीन पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन के समक्ष तलाशी के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा 6 तोला सोना और ढाई किलो चांदी के आभूषण चुरा ले जाने की शिकायत की गई। हालांकि उस समय कांस्टेबल रामकेश और विनोद को लाइन हाजिर करते हुए मामले की जांच बेगूं के पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी गई। जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शिकायत सही पाई गई। वहीं जांच में सामने आया कि सभी गहने वापस भी लौटा दिए गए। लेकिन सामान की फर्द रिपोर्ट और रिकॉर्ड में नहीं दिया गया जोकि गंभीर श्रेणी में आता है।थानाधिकारी लोकपाल सिंह की सुपर विजन की कमी रही। इस आधार पर थाना अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं विभागीय जांच चल रही है। ऐसे में कांस्टेबल रामकेश, विनोद, राजेश और पृथ्वीराज को निलंबित करते हुए सस्पेंशन पीरियड के दौरान पुलिस लाइन ड्यूटी देने को कहा गया।