जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
उप राष्ट्रपति के लिए विपक्षी पार्टियों ने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। उनकी ओर से मार्ग्रेट अल्वा उम्मीदवार होंगी। वह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं। वह पूर्व राज्यपाल भी रह चुकी हैं। रविवार को विपक्षी दलों की बैठक के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इसकी घोषणा की। अल्वा की सास वायलेट अल्वा 1960 के दशक में राज्यसभा की स्पीकर थीं। मार्ग्रेट अल्वा 19 जुलाई को सुबह 11 बजे अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। जो छह अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर 17 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में लिया गया। पवार ने दो घंटे की बैठक के बाद घोषणा करते हुए कहा, 'हमने सर्वसम्मति से मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सामूहिक सोच है कि अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। पवार ने कहा कि कुल 17 दलों ने सर्वसम्मति से अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला किया है और तृणमूल कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के समर्थन से वह कुल 19 पार्टियों की संयुक्त उम्मीदवार होंगी। मार्ग्रेट अल्वा का जन्म- कर्नाटक के मंगलुरु में 24 मई 1942 को हुआ। उन्होंने बेंगलुरु में अपनी पढ़ाई की। उनकी शादी 1964 में निरंजन अल्वा से हुई। उनकी एक बेटी और तीन बेटे हैं। मार्ग्रेट अल्वा ने वकालत की पढ़ाई कर एडवोकेट के रूप में अपनी पहचान बनाई थी।कांग्रेस ने 1975 में उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया था। पांच बार सांसद रह चुकी हैं। चार बार राज्यसभा और एक बार लोकसभा की सदस्य चुनीं गईं। 1999 में वह लोकसभा की सदस्य बनीं थीं। वह केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। मार्ग्रेट अल्वा का मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से है। धनखड़ इस वक्त प. बंगाल के राज्यपाल हैं। वह जाट समुदाय से आते हैं। धनखड़ मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं।
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