जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों ने भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति ( बी. एम.वी.एस.एस.) में विश्व प्रसिद्ध जयपुर फुट की निर्माण विधि का निरीक्षण किया। विदेश सेवा के बुलगेरिया स्थित भारतीय राजदूत संजय राणा और मोरक्को स्थित राजदूत रजनीश वैश्नव के अलावा विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव चरणजीत सिंह जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि पुनीत अग्रवाल ने जयपुर फुट की निर्माण विधि देखी विदेश सेवा के अधिकारियों का बी.एम.वी.एस.एस. के अन्तर्राष्ट्रीय मामलातों के मानद निदेशक सतीश मेहता, बी.एम.वी.एस.एस. के सचिव डॉ. दीपेन्द्र मेहता तथा मुख्य कार्यवारी अधिकारी एस. एस. बिस्सा ने अतिथियों का स्वागत किया। सतीश मेहता जो कुवैत स्थित भारत के पूर्व राजदूत ने बताया कि जयपुर फुट विश्व के 38 देशों में अपने पद चिन्ह रख चुकी हैं। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के साथ "इण्डिया फॉर ह्यूमैनिटीज़" कार्यक्रम के अन्तर्गत विदेशों में विशेष शिविरों का आयोजन कर 7000 से अधिक विकलांगों को लाभान्वित कर चुका हैं। डॉ. दीपेन्द्र मेहता ने जयपुर फुट की निर्माण विधि और उसकी गुणवत्ता की जानकारी दी।एस. एस. बिस्सा ने बताया कि विदेश सेवा के यह अधिकारी इन दिनों राजस्थान की यात्रा कर राज्य के बारे में जानकारी हासिल करने आये हैं और विश्व की विकलांगों के पुर्नवास की सबसे बड़ी संस्था बी.एम.वी.एस. एस. में जयपुर फुट के निर्माण और संस्था द्वारा दिए जा रहे निशुल्क कृत्रिम अंगों के बारे में जानकारी हांसिल करने के बाद प्रसन्नता व्यक्त की ।

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