जैसलमेर-मनीष व्यास।
राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम के अन्तर्गत दर्ज प्रकरणों में प्रभावी कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवारों को राहत प्रदान करावें।उन्होंने इसके लिए पुलिस विभाग को प्रभावी कार्यवाही करने पर जोर दिया ताकि पीड़ित परिवार को मुकदमें में चालान होने पर उन्हें सहायता राशि का भी लाभ हो। अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बैरवा बुधवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में आयोजित जिला अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. टी. शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, युआईटी सचिव सुनिता चौधरी, अनुसूचित जाति आयोग के सचिव रतनलाल अटल, सहायक निदेशक लोक सेवाएं सांवरमल रेगर के साथ ही जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अनुसूचित जाति के दर्ज प्रकरणों में प्रभावी हो कार्यवाही।
आयोग के अध्यक्ष ने बैठक के दौरान अनुसूचित जाति के व्यक्तियो द्वारा दर्ज करवाए गए प्रकरणों एवं उनमें पीड़ित परिवारों को मिली राहत के सम्बन्ध में विस्तार से समीक्षा की एवं निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में तत्परता से कार्यवाही कर पीड़ित पक्ष को राहत दिलावे। उन्होंने कहा कि आयोग का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के पीड़ित लोगों को राहत दिलाना एवं उनके कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग रखना है।
योजनाओं में लक्ष्य के अनुरूप करे पात्र परिवारों को लाभान्वित।
आयोग के अध्यक्ष ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिन विभागों में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जो अनुदानित योजनाएं संचालित की जा रही है एवं लक्ष्य दिए जा रहे है उसका पूरा लाभ ऐसे परिवारों को दिलाने पर जोर दिया। उन्होंने अनुजा निगम के माध्यम से अनुसूचित जाति के स्वरोजगार के लिए संचालित योजनाओं में बैंकों द्वारा समय पर ऋण प्रदान कर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
छात्रावासों में बेहतर हो सुविधाएं।
उन्होंने सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा की एवं अनुसूचित जाति के परिवारों को लक्ष्य के अनुरूप लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में संचालित राजकीय अम्बेडकर छात्रावासों में अध्ययनरत् विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं इसकी समय-समय पर जांच कराने पर जोर दिया। उन्होंने छात्रावासों का निरीक्षण भी करने पर बल दिया। उन्होंने राजस्थान आजीविका मिशन के तहत अनुसूचित जाति की महिलाओं के अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन कर उन्हें रोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए। आयोग के अध्यक्ष ने ग्रामीण विकास की योजनाओं में भी अनुसूचित जाति के परिवारों को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वे अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं में विशेष रूचि दिखाकर ऐसे पात्र परिवारों को लाभान्वित करने पर बल दिया ताकि उनके जीवन स्तर में उत्थान हो।
योजनाओं की प्रभावी की जा रही है मॉनिटरिंग।
जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह ने अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमों में केस ऑफिसर नियुक्त कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है एवं लक्ष्य के अनुरूप पात्र परिवारों को लाभान्वित भी किया जा रहा है। उन्होंने लीड बैंक अधिकारी को निर्देश दिए कि वे अनुजा निगम के तहत अनुसूचित जाति के लोगों को शत्-प्रतिशत ऋण स्वीकृति की कार्यवाही करावें ताकि वे अपना स्वरोजगार चालू कर आर्थिक स्तर को सुधार सके।
मुकदमों में प्रभावी की जा रही है कार्यवाही।
जिला पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा अनुसूचित जाति अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमों में तत्परता के साथ प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
सहायक निदेशक हिम्मत सिंह कविया ने बैठक मे अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं एवं उसमें लक्ष्य के अनुरूप अर्जित की गई उपलब्धि पर प्रकाश डाला।
आयोग के अध्यक्ष ने लोगों की सुनी परिवेदनाएं।
आयोग के अध्यक्ष बैरवा ने सर्किट हाउस जैसलमेर में अनुसूचित जाति के लोगों की जनसुनवाई के दौरान परिवेदनाएं सुनी एवं उनकी समस्याओं से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र प्राप्त किए। उन्होंने परिवादियों को विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देश दिए जाकर आवश्यक कार्यवाही करवाई जायेगी।

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