अजमेर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान लोक सेवा आयोग की फुल कमीशन की बैठक में गहनता से विचार विमर्श कर सर्वसम्मति से अनुचित साधन प्रयोग के प्रकरण और उत्तर पुस्तिका में असंबंधित टिप्पणी करने वाले अभ्यर्थियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है। आयोग सचिव एचएल अटल ने बताया कि उप निरीक्षक प्रतियोगी परीक्षा 2021 में अभ्यर्थियों की ओर से अपनाए गए अनुचित साधन प्रयोग के 11 प्रकरणों पर विचार विमर्श किया गया। इन सभी प्रकरणों में संबंधित अभ्यर्थियों की वर्तमान परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। इनमें से 5 प्रकरणों में संबंधित अभ्यर्थियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण अलग से दर्ज हैं। इन्हें भविष्य में आयोजित होने वाली आयोग की समस्त परीक्षाओं से हमेशा के लिए वर्जित करने का निर्णय भी फुल कमीशन की बैठक में लिया गया है। इसी प्रकार 4 प्रकरणों में संबंधित अभ्यर्थियों को 3 वर्ष के लिए भविष्य में आयोजित होने वाली आयोग की समस्त परीक्षाओं से वर्जित करने का निर्णय लिया गया है। वहीं 2 प्रकरणों में संबंधित अभ्यर्थियों को 3 वर्ष के लिए भविष्य में आयोजित होने वाली आयोग की समस्त परीक्षाओं से वर्जित करने का निर्णय लिया गया है।आयोग सचिव अटल ने बताया कि राजस्थान राज्य अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा 2018 की उत्तर पुस्तिकाओं में असंबंधित टिप्पणी करने वाले अभ्यर्थियों के 9 प्रकरणों पर भी विचार विमर्श किया गया। सभी प्रकरणों में संबंधित अभ्यार्थियों की वर्तमान परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इनमें से दो प्रकरणों में संबंधित अभ्यर्थी को 3 वर्ष के लिए भविष्य में आयोजित होने वाली आयोग की समस्त परीक्षाओं से वर्जित करने का निर्णय भी लिया गया है। राज्य के बाहर के अभ्यर्थी की ओर से गलत तथ्यों के आधार पर जारी प्रमाण पत्र के प्रकरण में आयोग की ओर से संबंधित अभ्यर्थी की परीक्षा को निरस्त करते हुए आयोग की ओर से भविष्य में आयोजित होने वाली समस्त परीक्षाओं से हमेशा के लिए वर्जित करने का निर्णय लिया गया है। बैठक के दौरान विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं एवं संवीक्षा परीक्षाओं की तिथि निर्धारण सहित अन्य विभिन्न प्रकरणों पर भी विचार किया गया है।