कोटा-हंसपाल यादव।
बारां नगर परिषद के पूर्व कांग्रेस सभापति कमल राठौर समेत चार आरोपियों को पुलिस रिमांड अवधि समाप्त होने बुधवार को बारां न्यायालय में पेश किया। जहां मुख्य न्यायिक मजिस्टेट ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। बता दे कि नगर परिषद में तत्कालीन सभापति कमल राठौर ने अपनी मां गीतादेवी के नाम अस्पताल रोड पर पुरूषोतम, नरेंद्र, ओमप्रकाश, दीनदयाल व बृजमोहन पुत्र कन्हैयालाल राठौर से उनके भूखंड खरीद किए थे। सभापति राठौर ने अपने पद का गलत फायदा उठाते हुए उक्त खरीद शुदा भूखंडों के साथ गलत तथ्य पेश कर अग्रवाल समाज की धर्मशाला के 40 फीट के रास्ते का भी पट्टा अपनी मां के नाम से जारी करवा कर उसकी रजिस्ट्री भी करवा ली। उक्त 40 फीट के रास्ते के पास स्थित नगर परिषद की भूमि का भी बिना कोई शुल्क चुकाए रजिस्ट्री अपनी मां गीतादेवी के नाम करवा ली की रिर्पाेट दर्ज करवाई थी।

धोखाधड़ी मामले की आंच अब अधिकारियों कर्मचारियों तक।
उल्लेखनीय है कि शहर की बेशकीमती जमीन का फजी पट्टा बनाकर धोखाधड़ी करने के मामले की आंच अब नगर परिषद के अन्य अधिकारियों कर्मचारियों तक पहुंच गयी है। पुलिस ने इस संबन्ध में जांच शुरू कर दी है। बताते है कि नगर परिषद आयुक्त मनोज मीणा अपना मोबाईल स्विच ऑफ कर अवकाश पर चले गये। जांच अधिकारी डीएसपी मनोज गुप्ता इस मामले में नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रहे है।