प्रदेश में कोरोना वायरस के नए म्यूटेंट डेल्टा प्लस की मौजूदगी के साथ ही तीसरी लहर आने के स्पष्ट संकेत दिखाई दे रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों ने कहा है कि तीसरी लहर आने से पहले जितना ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जाएगा उतना ही इसकी मार से बचा जा सकेगा।

 प्रदेश में 1 दिन के दौरान 10 लाख से ज्यादा टीकाकरण करने का रिकॉर्ड तो बनाया लेकिन उसके बाद से ही दिन-ब-दिन वैक्सीनेशन की रफ्तार कम होती जा रही है। बुधवार को प्रदेश के 18 बड़े जिलों में 25000 केंद्रों को सिर्फ 4630 टीके दिए गए। प्रदेश के 6 छोटे जिलों में 11000 से लेकर 25000 वैक्सीन दी गई। राजधानी जयपुर के शहरी क्षेत्र में भी मात्र 6051 डोज दी गई वहीं।

 प्रदेश के 7 जिलों में 100 से कम टीके लगाए गए। इनमें बांसवाड़ा और कोटा जिले में तो एक भी टीका नहीं लगा। नागौर में केवल 30 जैसलमेर में 37 और बूंदी में 56 टीके ही लगाए गए। आपको बता दें कि वैक्सीन की कमी के चलते प्रदेश के टीकाकरण केंद्रों में ज्यादातर के बाहर वैक्सीन नहीं है के बोर्ड लग चुके हैं। यानी वैक्सीनेशन ठप पड़ा है।


ब्यूरो रिपोर्ट।