जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।  

CBSE 12th और 10th का रिजल्ट जारी हो गया है। जिसमें जयपुर के स्टूडेंट्स ने शानदार मार्क्स हासिल कर नए रिकॉर्ड बनाए हैं। जयपुर की अहिंसा जैन ने 12th आर्ट्स में यूट्यूब से पढ़ाई कर 99.6% मार्क्स हासिल किए है। वहीं, 12th कॉमर्स में नैंसी गुप्ता ने सेल्फ स्टडी कर 99.4% मार्क्स हासिल किये। जबकि जयपुर के सार्थक अग्रवाल ने पढ़ाई के साथ हैंडबॉल खेल 10th क्लास के रिजल्ट में टॉप कर लिया है।

यूट्यूब देख की एग्जाम की तैयारी
CBSC 12th आर्ट्स में 99.6% हासिल करने वाली जयपुर की अहिंसा जैन ने बताया कि मैंने पढ़ाई को कभी बोझ नहीं समझा। मैं हर दिन सिर्फ एक से डेढ़ घंटा सेल्फ स्टडी करती थी। इस दौरान मैंने सिर्फ एनसीईआरटी की बुक्स को ही प्रेफर किया। इसके साथ ही मैं सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करती थी। जिसमें यूट्यूब से मुझे स्टडी में काफी मदद मिली। क्योंकि मैंने यूट्यूब पर काफी टीचर्स के वीडियो देखें। वहां से स्टडी करने का यह फायदा था कि मैं मैंने सिर्फ NCRT की बुक्स से ही तैयारी की।

इसके साथ ही मैने सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। इस दौरान मैंने सोशल मीडिया से दूरी नहीं बनाई। बल्कि, उसका सही इस्तेमाल किया। मैंने यूट्यूब पर काफी स्टडी मटेरियल देखा। वहां काफी टीचर्स बहुत अच्छे हैं। ऐसे में जब मेरा बैठकर पढ़ने का मन नहीं करता। तो मैं अपने कंफर्ट जोन में ही यूट्यूब के वीडियो देख तैयारी करती थी। जिससे मेरे डाउट्स भी क्लियर हुए।

अहिंसा ने बताया कि एग्जाम से पहले जब कभी लो फील करती थी। तो म्यूजिक सुन खुद को बूस्ट अप करती थी। इसके साथ ही फैमिली मेंबर्स ने भी मुझे काफी सपोर्ट किया। खासतौर पर मेरी मदर का सबसे ज्यादा सपोर्ट रहा। क्योंकि मेरी परसेंटेज इतनी अच्छी बनेगी। इस बात का मुझे भी यकीन नहीं था। लेकिन मेरी मदर शुरुआत से कहती थी कि मेरी परसेंटेज 99.5 से ज्यादा ही रहेगी। वह इस बात को बार-बार कहती थी। मुझे लगता है भगवान ने भी उनकी बात को सुना और मेरी परसेंटेज इससे ज्यादा ही बनी है। वहीं अब मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेकर सिविल सर्विस की तैयारी करना चाहती हूं। मैं IAS ऑफिसर बनना चाहती हूं। यही मेरा फ्यूचर टारगेट है।

ट्यूशन से बढ़ जाता है प्रेशर

CBSE 12th कॉमर्स में 99.4% हासिल करने वाली नैंसी गुप्ता ने बताया कि मैने शुरुआत से ही सेल्फ स्टडी पर फोकस किया था। क्योंकि मेरा मानना है कि ट्यूशन से स्टूडेंट्स पर प्रेशर बढ़ जाता है। इसके साथ ही स्टूडेंट्स की एफिशिएंसी भी उन्हें पता नहीं चल पाती। इसलिए सेल्फ स्टडी सबसे ज्यादा जरूरी है। इस दौरान जब कभी मुझे प्रेशर फील होता था। तो मैं स्टडी से कुछ वक्त का ब्रेक लेती थी। वहीं मुझे बूस्ट अप और मोटिवेट करता था। उसके बाद में फिर से तैयारी में जुट जाती थी।

नैंसी ने बताया कि एग्जाम में स्टडी (पढ़ाई) के साथ मेंटल हेल्थ सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है। क्योंकि मेंटली फिट होने पर ही आप बिना प्रेशर के प्रिपरेशन कर सकते हैं। इसलिए मैंने भी स्टडी के साथ खुद को मेंटली फिट रखने पर फोकस रखा। वहीं अब मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम ऑनर्स करना चाहती हूं, यही मेरा फ्यूचर टारगेट है।

स्टडी के साथ स्पोर्ट्स में करता था पार्टिसिपेट

CBSE 10th बोर्ड में 99.4% हासिल करने वाले सार्थक अग्रवाल ने बताया कि मैं हर दिन 4 से 5 घंटे सेल्फ स्टडी करता था। इस दौरान जब कभी भी थोड़ा लो फील करता है। तो फैमिली और फ्रेंड्स के साथ टाइम स्पेंड करता था। उससे मुझे बूस्टअप मिल जाता था। इसके साथ ही सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर मूवी देख लेता था। जिससे मूड फ्रेश हो जाता था।

मैंने कभी भी खुद पर पढ़ाई का प्रेशर नहीं आने दिया। मैं पढ़ने के साथ स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में भी पार्टिसिपेट करता था। हैंडबॉल, फुटबॉल और बास्केटबॉल खेलना मुझे पसंद है। मैं अपनी स्कूल की हैंडबॉल टीम का भी मेंबर हूं। वहीं अब फ्यूचर में मैं साइंस लेकर साइंटिस्ट बनना चाहता हूं, यही मेरा नेक्स्ट गोल है।