धौलपुर- मुकेश धाकरे
जिले के बाड़ी उपखंड के कंचनपुर गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के आज शनिवार को छठवे दिन श्री धाम वृंदावन से पधारी आनंदमूर्ति प्रिया किशोरी भारद्वाज द्वारा श्रोताओं को श्री कृष्ण की बाल लीलाएं एवं गोवर्धन की पूजा की कथा का प्रसंग सुनाया गया जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
कथा वाचक प्रिया किशोरी द्वारा कथा के माध्यम से श्रोताओं को श्री कृष्ण भगवान की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया जिसके अंतर्गत श्री कृष्ण भगवान के द्वारा अपने वाल सखाओं के साथ गायों को चराने, गांव के घरों में घुसकर दूध, दही एवं माखन खाने तथा माखन से भरी हुई मटकियों को फोड़ने सहित अन्य बाललीलाओं की कथा सुनाई जिसे सुनकर उपस्थित भाव विभोर हो गए। वही मथुरा के राजा कंस के द्वारा श्री कृष्ण भगवान को अपना काल समझते हुए उनको मरवाने के लिए पूतना सहित अनेकों राक्षसों को भेजा गया। लेकिन कंस की सभी योजनाएं विफल रही।
     कथावाचक किशोरी द्वारा अपनी मधुर वाणी द्वारा श्रोतओं को गोवर्धन की कथा का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि राजा इंद्र को अपने आप पर बहुत बड़ा घमंड था जिसे चूर चूर करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन लीला रचाई और ग्रामीणों के साथ गोवर्धन पूजा के लिए गोवर्धन पर्वत के पास पहुंचकर गोवर्धन की पूजा की और इंद्र की पूजा को भगवान श्री कृष्ण ने बंद करा दिया। तभी से हर वर्ष दीपावली के दूसरे दिन से गोवर्धन पूजा की जाने लगी। इस मौके पर कंचनपुर, गामरी, पवेसुरा,मठ पवेसुरा ,सोंहा महुआ खेड़ा सहित दर्जनों गांवों के हजारों श्रोताओ ने कथा का श्रवण किया।