बांसवाड़ा ब्यूरो रिपोर्ट।
बांसवाड़ा शहर की राज तालाब थाना पुलिस ने डबल मर्डर के एक मामले में जेल से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने पहले अपनी चाची और उसके प्रेमी की हत्या की और शव कुएं में फेंक दिया। मामले में पकड़े जाने से बचने के लिए दोनों ने एक पुराने मामले को लेकर पुलिस के सामने सरेंडर किया और जेल चले गए। थाना अधिकारी ने बताया कि भापौर निवासी रकमा 15 दिसंबर से गायब था। जिसकी मिसिंग रिपोर्ट 20 दिसंबर को दर्ज कराई गई। जांच शुरू की तो पता चला कि उसी गांव की एक महिला मनोहर भी गायब है। कई दिन जांच के बीत गए पर कुछ भी पता नहीं चला। अभी दो रोज पहले अचानक एक सोर्स ने बताया कि दोनों को बागीदौरा क्षेत्र के हैजा माल गांव में देखा गया है। जब वहां पर पड़ताल शुरू की तो एक युवक पर संदेह हुआ। जांच में पता चला कि पूरा मामला हत्या का है। ठोस जानकारी सामने आने पर जिला जेल से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जिला जेल से विक्रम और करण नाम के दो आरोपियों को पकड़ा। पुलिस की कड़ी पूछताछ में कुछ ही देर में उन्होंने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी काकी मनोहर का रकमा से संबंध था और दोनों साथ में रहते थे। इसलिए वे नाराज थे। दोनों को करीब 15 दिन पहले गुजरात बॉर्डर से बहला-फुसलाकर लाए। पांच नंबर बिजली घर के पास दोनों की हत्या कर डेड बॉडी कुएं में फेंक दी। पुलिस ने बताया कि कुएं का सिरा गहरा और नदी से जुड़ा हुआ था। ऐसे में महिला की डेड बॉडी बह कर नदी में चली गई, जो कि अज्ञात के रूप में मिली थी। बाद में कोतवाली पुलिस ने मर्ग में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। वहीं पुलिस ने कुएं से रुकमा की डेड बॉडी बरामद कर ली। विक्रम और करण दोनों बेहद शातिर हैं। पुलिस को आशंका है कि इस हत्याकांड में कुछ और लोग भी शामिल हैं। पहले दोनों ने हत्या की। उसके बाद एक पुराने मामले में खुद को कोतवाली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और जेल चले गए। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दोनों का मकसद था कि किसी भी हाल में भी पकड़े नहीं जाए।