जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
राजस्थान प्रदेश के 1 हजार से अधिक वरिष्ठ तीर्थ यात्रियों के लिए किसी सुखद सपने के सच होने के समान था। मौका था मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना के तहत 8वीं ट्रेन की रामेश्वरम के लिए रवानगी । बुजुर्गों के खिले चेहरों के साथ जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से 851 यात्रियों को लेकर ट्रेन रामेश्वरम के लिए रवाना हुई।देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान आदर्श नगर विधायक रफीक खान, बगरू विधायक गंगा देवी, वरिष्ठ नागरिक समिति के सदस्य प्रताप सिंह राजपुरोहित, रणधीर सिंह, अजय यादव समेत कई जनप्रतिनिधिगण व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस ट्रेन में अलवर, टोंक, झुंझुनू व दौसा जिले के तीर्थयात्री रामेश्वरम दर्शन करेंगे। अलवर जिले की राजगढ़ तहसील की 67 वर्षीय तीर्थयात्री किरण शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा चलाई जा रही यह योजना बुजुर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि वे पहली बार सरकारी योजना के तहत तीर्थ स्थल का भ्रमण कर रही हैं। अलवर जिले के 82 वर्षीय बुजुर्ग ओमप्रकाश प्रधान ने कहा कि देश में केवल राजस्थान ही ऐसा प्रदेश है जहां के मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों की भावनाओं को समझा और संवेदनशीलता के साथ ऐसी मानवीय योजना को धरातल पर उतारा। उन्होंने इस पुनीत कार्य के लिए मुख्यमंत्री और देवस्थान मंत्री को भरपूर आशीर्वाद भी दिया। देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने इस मौके पर सभी बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने यात्रा के लिए मंगल कामना करते हुए कहा कि मेरे लिए ऐसी यात्राओं का सहभागी बनना किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी के बाद वायुयान के जरिए 2 हजार यात्रियों को निशुल्क नेपाल स्थित पशुपतिनाथ के दर्शन भी करवाए जाएंगे। रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट घोषणाओं में से एक वरिष्ठ तीर्थजन यात्रा योजना - 2022 के तहत प्रदेश के 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को देवस्थलों का भ्रमण करवाया जा रहा है, इनमें से 18 हजार यात्रियों को ट्रेन से और 2000 यात्रियों को हवाईजहाज से यात्रा करवाई जा रही है। सहायक आयुक्त रतन लाल योगी ने बताया कि जयपुर से कुल 851 यात्री ट्रेन में सवार हुए। वही टोंक से 180 यात्री बैठे। इस तरह 1000 से अधिक तीर्थयात्री रामेश्वरम के दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि ट्रेन में ट्रेन प्रभारी, अनुरक्षक और डॉक्टर की टीम हर समय उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुखद यात्रा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ और यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किया गया है। तीर्थयात्रा में 14 धार्मिक स्थलों रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर-पावापुरी, उज्जैन- ओंकारेश्वर, गंगासागर कोलकाता, कामाख्या गुवाहाटी, हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ एवं वेलनकानी चर्च तमिलनाडु को शामिल किया गया है।