जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने के बाद अब सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी बिना निमंत्रण के ही अपनी सफाई देने के लिए राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य और राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक से मुलाकात की है। उन्होंने मुकुल वासनिक को कहा है कि वे हाईकमान की हर बात मानने को तैयार है। लेकिन मुकुल वासनिक ने डॉ. महेश जोशी को को आश्वासन देने की वजह उन्होंने इतना ही कहा है कि वह पहले अनुशासन समिति के नोटिस का विधिवत रूप से जवाब प्रस्तुत करें और अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके एंटोनी के समक्ष अपनी बात रखें और अब वे ही निर्णय करेंगे। उल्लेखनीय है कि अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके एंटोनी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि पार्टी गतिविधियों की खिलाफत करने वाले मंत्री या विधायक को बक्सा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई होगी। इस बयान के बाद नोटिस पाने वाले सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी को यह चिंता सताने लगी है कि उन्हें पार्टी से बाहर नहीं कर दिया जाए। इससे पहले वे सक्रिय होकर माफीनामा प्रेषित करने के लिए भी तैयार हो गए हैं। मुकुल वासनिक राजस्थान के कई साल तक प्रभारी रहे हैं और कोशिश हो रही है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरह उनका भी कोई समझौता करा दिया जाए जिससे कि उन्हें पार्टी से बाहर निकाले जाने की कार्रवाई नहीं हो सके।