जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट।
खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि आमजन खासकर युवावर्ग खादी को अपनाकर राज्य और देश हित में एक सुखद परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि खादी हानिकारक रसायन रहित और पर्यावरण हितैषी वस्त्र है साथ ही खादी आत्मनिर्भर भारत की और एक बढ़ता कदम भी है। रावत गांधी जयंती एवं आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में गोकुल भाई भट्ट स्मृति भवन में आयोजित खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन करते समय यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का कतिन, बुनकर व खादी से जुड़े हर हाथ को सुदृढ़ बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा खादी की लोकप्रियता बढ़ाने व आमजन तक इसकी पहुंच सुलभ करने की है। 
रावत ने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के साथ खादी संस्थानों के कंप्यूटरीकरण व डिजिटाइजेशन के लिए भी व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खादी से जुड़े कारीगरों को उचित प्रशिक्षण व स्टाइपेंड भी सरकार द्वारा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर राज्य द्वारा उत्पादित खादी वस्त्रों पर 50 प्रतिशत की विशेष छूट दी जा रही है। यह छूट 2 अक्टूबर, 2022 से 30 जनवरी, 2023 तक लागू रहेगी। इस दौरान उन्होंने कतिनो और बुनकरों के साथ बुनाई की प्रक्रिया समझी और चरखा भी चलाया। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड अध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा ने खादी के उत्थान के लिए बोर्ड द्वारा किए जा रहे नवाचारों भी साझा किया। उन्होंने कहा कि कतिनो और बुनकरों को अत्याधुनिक तरीके के चरखे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, साथ ही उन्हें प्रशिक्षित लोगों से प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सचिव मूलचंद, उपाध्यक्ष पंकज मेहता सहित भारी संख्या में आमजन व अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।