राज्य सरकार से बेरोजगारी भत्ता लेने की उम्मीद में बैठे बेरोजगारों की आस कोरोना ने धूमिल कर दी है। प्रदेश के ईमित्र केंद्रों पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना को छोड़कर अन्य कार्य लगभग बंद से होने की वजह से प्रदेश के बेरोजगार युवा भत्ते के लिए आवेदन ही नहीं कर पा रहे हैं।

 दूसरी ओर जिन बेरोजगारों ने पिछले महीने आवेदन किए थे, उनके फार्म भी जांच की फेर में उलझे हुए हैं। कोरोना के चलते रोजगार कार्यालय में पिछले कई दिनों से कामकाज लगभग पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। फिलहाल प्रदेश के 2 लाख से बेरोजगारों को भत्ता लेने का इंतजार है। दूसरी ओर तीन लाख से अधिक युवाओं को स्नातक परीक्षा स्थगित होने की वजह से भी भत्ता मिलने की आस दूर हो गई है। अगर यह परीक्षाएं समय पर होती और परिणाम समय पर आता तो ये परीक्षार्थी भी बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन कर सकते थे। आपको बता दें कि? राज्य सरकार ने इसी साल के। बजट के दौरान। इस योजना के लिए आवेदन की सीमा 160000 से बढ़ाकर  दो लाख कर दी थी। और इस योजना के लिए हर साल 650 करोड रुपए की राशि खर्च करने का प्रावधान भी किया था। लेकिन कोरोना ने इस सारी कवायद पर ब्रेक लगा दिए हैं।

ब्यूरो रिपोर्ट!