उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी के साथ विश्वास घात किया है। 25 सितंबर 2022 को अपनी पार्टी के साथ बगावत कर दी थी। जिसके बाद दिल्ली जा-जा कर माफी मांगी थी।
राजेंद्र गुढ़ा शुक्रवार शाम 6 बजे उदयपुरवाटी बस स्टैंड पर सर्व समाज की सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भ्रष्टाचार और झूठे मुकदमे दर्ज कराने के आरोप लगाए। साथ ही सीएम को सोनिया गांधी का एहसान फरामोश बताया है।
गुढ़ा ने कहा कि 25 सितंबर को सोनिया गांधी के पर्यवेक्षक के साथ क्या किया। इन जैसा एहसान फरामोश आदमी जिसने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को भी नहीं बख्शा। सोनिया गांधी ने इन्हें तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बनाया और इन्होंने पार्टी के साथ बगावत कर दी।
उन्होंने सीएम पर चारित्रिक हमला बोलते हुए कहा कि 1992 में अजमेर कांड में केंद्रीय मंत्री रहते हुए प्रोटोकाल तोड़कर एसपी से क्यों मिले था ? ये सारे राज मेरे पास है।
मेरे पास इनके खिलाफ सारे सबूत- गुढ़ा
गुढ़ा ने कहा- अशोक गहलोत निकम्मा है, समय आने पर लाल डायरी से भट्ठी बुझा दूंगा। ये जेल में जाएंगे, मेरे पास इसके सारे सबूत है। मैं 15 साल से अशोक गहलोत की रग-रग को जानता हूं। सरकार को बचाने के लिए मैंने 60 करोड़ रुपए को ठोकर मारी थी। उनके 200 में से 21 नंबर आए थे। स्कूल में 200 में से 21 नंबर लाने वाला लड़का निकम्मा होता है। मुख्यमंत्री कोई और होना चाहिए था, बैठ गया कोई और।
अली बाबा 40 चोर की मंडली- गुढ़ा
गुढ़ा ने कहा- कुंभाराम लिफ्ट का पानी लाने के लिए टेंडर हो गया और खुल भी गया। एलएनटी कंपनी को टेंडर मिल गया, लेकिन उदयपुरवाटी की ढाणियों में पानी नहीं पहुंचाना चाहते हैं। ये आदमी निकम्मा नहीं है क्या? उन्होंने कहा कि उदयपुरवाटी की जनता की हाय गहलोत को लगेगी और सत्यानाश हो जाएगा। अशोक गहलोत की अली बाबा 40 चोर की मंडली है।
'RPSC में मुख्यमंत्री के यहां से अभ्यर्थियों की लिस्ट जाती है'
राजेंद्र गुढ़ा बोले कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरपीएससी के द्वारा हमारे हजारों-लाखों बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया। मुख्यमंत्री के यहां से सभी इंटरव्यू की लिस्ट भेज देता है। गरीब का बच्चा प्रतिभावान होकर भी फेल हो जाता है और मंत्रियों के बेटे घर बैठे-बैठे पास हो जाते हैं।
'सीएम लोगों पर झूठे मुकदमे लगवा रहे है'
गुढ़ा ने कहा- सीएम एक तरफ कहते है कि केंद्र सरकार ईडी का दुरुपयोग करती है, दूसरी तरफ आप क्या कर रहे है? लोगों के झूठे मुकदमे लगवा रहे है ये दुरुपयोग नहीं है तो और क्या है?
गुढ़ा ने कुछ स्थानीय नेताओं की तरफ इशारा करते हुए कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन राजनीति में किसी भी नेता को ये अधिकार नहीं होता है कि हमारा सालों का तानाबाना खराब कर दे। एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाए। 50 दिन बाद इनकी शक्ल यहां उदयपुरवाटी में दिखाई नहीं देगी। बाहर से आकर नेतागिरी करने वाले लोग अगर 50 दिन बाद उदयपुरवाटी की धरती पर नजर आ जाए तो मेरा नाम बदल देना।
उन्होंने कहा कि सरकार को समर्थन इस शर्त पर दिया था कि उदयपुरवाटी क्षेत्र में काम करने पड़ेंगे, पांव पर पांव रखकर कॉलेज बनवाई थी। पांव पर पांव रखकर कुंभाराम लिफ्ट का पानी स्वीकृत करवाया था।
उन्होंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विधान सभा में महिलाओं के साथ ज्यादती के एक प्रश्न के जवाब में धारीवाल कहते है कि ये मर्दों का प्रदेश है। बहन-बेटियों के बारे में ऐसी गंदी बात विधानसभा में बोलने वाले को तो शूट कर देना चाहिए।
शुक्रवार को उदयपुरवाटी में राजेंद्र गुढ़ा के समर्थकों और सर्व समाज के लोगों ने सभा का आयोजन किया था। इससे पहले करीब 3 बजे गुढ़ा ने अपने समर्थकों के साथ सात बत्ती से रैली निकाली। जो मुख्य बाजार होते हुए बस स्टैंड स्थित सभा स्थल पहुंचे। रास्ते में कई जगह लोगों ने फूल बरसाकर रैली का स्वागत किया।
सभा में पूर्व उप जिला प्रमुख विद्याधर सिंह गिल, पार्षद राजेंद्र मारवाल, मैनपुरा के पूर्व सरपंच महेंद्र बराला, सरपंच फोरम के जिलाध्यक्ष संजय नेहरा, शीशराम खटाना, अनिल गिल, हांसलसर सरपंच रामनिवास शर्मा, आशकरण गुर्जर, किशोर सैनी इंद्रपुरा, बल्लाराम सैनी, ख्यालीराम गठेला, अमित अली कच्छावा, गोकुल सिंह पौंख, उम्मेद सिंह करीरी, निर्मल शर्मा छऊ, हरीराम शीथल, रामनारायण कांटीवाल ने विचार प्रकट किए।
इस मौके पर रामूराम किलानिया, संजय शर्मा छऊ, पार्षद गौतम मारवाल, मुमताज कुरैशी, हनीश कुरैशी, पार्षद शिवप्रसाद चेजारा, राहुल चेजारा, गोविंद वाल्मिकी, बसीर तेली, कुरडा खां कलाल, गजेंद्र सिंह, अमित शर्मा, माहिर खान, संजय खान, दलीप असवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन रामकरण सैनी ने किया।
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